चंडीगढ़, 17 जनवरी, 2025:
पंजाब सतर्कता ब्यूरो (वीबी) ने राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत, जालंधर जिले के पंजाब राज्य पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PSPCL) के जूनियर इंजीनियर (JE) मंजीत सिंह और लाइनमैन हरजीत सिंह को ₹5000 की रिश्वत की दूसरी किश्त लेते हुए गिरफ्तार किया है।
वीबी के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि इन दोनों आरोपियों को जालंधर के सुदर्शन पार्क, मकसूदां के निवासी सुमीत वाधवा की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया है। शिकायतकर्ता ने वीबी से संपर्क किया और आरोप लगाया कि दोनों आरोपी उसके घर पर नया बिजली मीटर लगाने और पुराने मीटर को बदलने के लिए ₹10,000 की रिश्वत मांग रहे थे। शिकायत के अनुसार, आरोपियों में से लाइनमैन पहले ही ₹5000 की रिश्वत यूपीआई के माध्यम से प्राप्त कर चुका था और शेष ₹5000 की मांग कर रहा था।
सुमीत वाधवा ने आरोप लगाया कि जब उसने रिश्वत देने के लिए मना किया, तो आरोपियों ने उसे धमकी दी कि यदि वह रिश्वत नहीं देगा तो मीटर नहीं लगाया जाएगा और उसके पुराने मीटर को बदलने का काम रोक दिया जाएगा। इस पर वाधवा ने मजबूरी में वीबी से सहायता मांगी और पूरी घटना की जानकारी दी।
प्रवक्ता ने बताया कि शिकायत के आधार पर वीबी ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। प्रारंभिक जांच के बाद, वीबी की एक टीम ने जाल बिछाया और आरोपियों को सरकारी गवाहों की मौजूदगी में रंगे हाथ पकड़ लिया। टीम ने आरोपियों को दूसरी किश्त ₹5000 लेते हुए पकड़ा। इस दौरान दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।
वीबी के अधिकारियों ने बताया कि यह मामला अत्यधिक गंभीर है क्योंकि रिश्वत की यह मांग और स्वीकारोक्ति राज्य के सरकारी कर्मचारियों द्वारा की गई थी, जो जनता को सरकारी सेवाएं प्रदान करने के लिए नियुक्त होते हैं। आरोपियों के खिलाफ आगे की जांच जारी है और अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए वीबी पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
इस गिरफ्तारी के बाद, वीबी ने यह भी कहा कि वे राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और तेज करेंगे, ताकि भ्रष्टाचार की समस्या को समाप्त किया जा सके और सरकारी सेवाओं को सही तरीके से जनता तक पहुंचाया जा सके।