चंडीगढ़, 25 दिसंबर:
पंजाब में पर्यटन को बढ़ावा देने और सांस्कृतिक क्षेत्र की समृद्धि के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने वर्ष 2024 में कई महत्वपूर्ण पहलें शुरू की हैं।
इस बारे में जानकारी देते हुए पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामलों के मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंद ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में वर्ष 2024 के दौरान पर्यटन और संस्कृति से संबंधित प्राचीन एवं ऐतिहासिक इमारतों के रखरखाव, नवीनीकरण और आधुनिकीकरण के लिए 73.57 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इस वर्ष कई नए प्रोजेक्टों का उद्घाटन किया गया और पर्यटन के विकास के लिए कई नई परियोजनाओं की शुरुआत की गई।
यह पहल पंजाब की समृद्ध विरासत को पुनर्जीवित करने और इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की पंजाब सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इनमें शहीद भगत सिंह अजायब घर का अपग्रेडेशन, खटकड़कलां में लाइट एंड साउंड शो, श्री चमकौर साहिब में अत्याधुनिक बस टर्मिनल और इंटरप्रिटेशन सेंटर, श्री आनंदपुर साहिब में नेचर पार्क और सैलानी सुविधा केंद्र, नैना देवी रोड और विरासत-ए-खालसा रोड का सौंदर्यीकरण, और खन्ना के पास सराय लश्कर खान के रखरखाव का उद्घाटन शामिल है। इसके अलावा फिरोजपुर में सारागढ़ी अजायब घर और पटियाला में दरबार हॉल फसाड लाइटिंग का उद्घाटन भी किया गया।
सौंद ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री ने 17 अक्टूबर, 2024 को भगवान वाल्मीकि जी पैनोरमा का उद्घाटन किया और पर्यटन विभाग ने अमृतसर में रंगला पंजाब महोत्सव के दौरान राम बाग अमृतसर में महाराजा रणजीत सिंह समर पैलेस में 2.76 करोड़ रुपये की लागत से स्थायी रोशनी और साउंड शो की शुरुआत की।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 के दौरान विभाग ने राज्य की समृद्ध संस्कृति और विरासत को बढ़ावा देने के लिए 21 मेले और त्योहारों का आयोजन किया। इनमें फिरोजपुर में बसंत महोत्सव, बठिंडा विरासत मेला, किला रायपुर ग्रामीण ओलंपिक, कपूरथला विरासत महोत्सव, कुदरत उत्सव, श्री आनंदपुर साहिब में होला मोहल्ला और निहंग महोत्सव प्रमुख हैं।
पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों के विभाग ने 23 से 29 फरवरी 2024 तक अमृतसर में हेरिटेज फेस्टिवल ‘रंगला पंजाब’ मनाया। इस फेस्टिवल का उद्देश्य पंजाब के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देना और राज्य को विश्व स्तर पर प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में प्रस्तुत करना था। एक सप्ताह तक चलने वाले इस फेस्टिवल में पंजाबी नाटक और साहित्य, ग्रैंड शॉपिंग फेस्टिवल, ग्रीननथॉन, सांस्कृतिक स्ट्रीट प्रदर्शन, डिजिटल पंजाब, संगीत कार्यक्रम, सेवा स्ट्रीट और आर्ट वॉक जैसी गतिविधियों का आयोजन किया गया।
सौंद ने बताया कि श्री चमकौर साहिब को धार्मिक और तीर्थ स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए “प्रशाद” (तीर्थयात्रा पुनरुद्धार और आध्यात्मिक विरासत संरक्षण अभियान) के तहत 31.56 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं। इस योजना के तहत, फिरोजपुर (हुसैनीवाला बॉर्डर) और रूपनगर (आनंदपुर साहिब) को धार्मिक पर्यटन के रूप में चुना गया है।
पंजाब सरकार ने विभिन्न स्मारकों और विरासत संपत्तियों जैसे मुगल सराय दोराहा, सराय लश्कर खान खन्ना, सरद खाना पटियाला, रामपुरा फूल में किला, पटियाला में ओल्ड पब्लिक हेल्थ बिल्डिंग और कपूरथला में शाही समाध का रखरखाव भी शुरू किया है।
इसके अलावा, पंजाब सरकार द्वारा पंजाब आने वाले पर्यटकों के लिए पार्किंग, जनसुविधाएं, सौंदर्यीकरण कार्य और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं।
सौंद ने बताया कि इस वर्ष पंजाब टूरिज़्म ने मुंबई, नई दिल्ली, पटना, अहमदाबाद, अमृतसर और जयपुर जैसे शहरों में विभिन्न व्यापार प्रदर्शनियों में भाग लिया। इसके अतिरिक्त, विभाग ने 24-28 जनवरी 2024 तक मैड्रिड और 5-7 मार्च 2024 तक आईटीबी बर्लिन में भी हिस्सा लिया।
उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब ने नवंबर महीने में ‘निधि प्लस पोर्टल’ पर सबसे अधिक आकर्षण/डेस्टीनेशन अपलोड कर पहले स्थान पर अपनी स्थिति बनाई। पंजाब ने 263 आकर्षण/डेस्टीनेशन अपलोड किए थे, जबकि उत्सव पोर्टल पर पंजाब के 68 त्योहारों को अपडेट किया गया।
सौंद ने यह भी बताया कि पिछले साल 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के कुल 750 गांवों ने ‘सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव 2023 अवार्ड’ के लिए आवेदन किया था और नवांपिंड सरदारन, जिला गुरदासपुर को भारत के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव 2023 के रूप में सम्मानित किया गया। इसी तरह, इस वर्ष जिला फतेहगढ़ साहिब के हंसाली फार्म स्टे को भारत सरकार द्वारा कृषि पर्यटन श्रेणी में भारत के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव 2024 के रूप में सम्मानित किया गया है।
गौरतलब है कि 1 से 3 अगस्त 2024 तक नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित भारत म्यूजियम कॉन्क्लेव में पंजाब के पर्यटन और सांस्कृतिक मामले विभाग को उत्तरी जोन स्टेट म्यूजियम युग युगीन कॉन्फ्रेंस में भी सम्मानित किया गया।