पटियाला, 3 दिसंबर: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मंगलवार को घोषणा की कि राज्य सरकार ने अब तक लगभग 50,000 युवाओं को सरकारी नौकरियां दी हैं। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने युवाओं को और अधिक सरकारी नौकरियां देने के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य प्रमुख विभागों में भर्ती अभियान शुरू करने का भी वादा किया।
मुख्य बिंदु:
- राज्य सरकार स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य विभागों में जल्द ही विशाल रोजगार अभियान शुरू करेगी।
- युवाओं को अधिक अवसर प्रदान करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता।
- सुखबीर बादल को अंजान, कैप्टन अमरिंदर को धोखेबाज और मोदी को ‘जुमलों का उस्ताद’ बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को जीवन में सफलता के अधिकतम अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। अब तक 50,000 युवाओं को सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं, और आगे और अधिक अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए नए रास्ते खोले जाएंगे ताकि वे राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भागीदार बन सकें। इसके साथ ही, उन युवाओं के लिए भी समाधान खोजा जा रहा है जो संघर्ष करते हुए उम्र की सीमा पार कर चुके हैं। भगवंत सिंह मान ने युवाओं को आह्वान किया कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है और जीत की कुंजी केवल कड़ी मेहनत है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार युवाओं को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और यह गर्व की बात है कि अब तक लगभग 50,000 युवा योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियों के लिए चुने गए हैं। इन युवाओं को अब मिशनरी भावना के साथ लोगों की सेवा करनी चाहिए।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार विभागों में खाली पदों को तुरंत भरने की प्रक्रिया अपनाती है। उन्होंने बताया कि पूरी भर्ती प्रक्रिया निष्पक्ष तरीके से की गई है, जिससे इन नौकरियों में से किसी भी नियुक्ति को अब तक अदालत में चुनौती नहीं दी गई है।
मुख्यमंत्री ने युवाओं से कहा कि वे अपनी उपलब्धियों पर अहंकार न करें, बल्कि विनम्रता से काम करें और अधिक सफलता के लिए कड़ी मेहनत करें। उन्होंने अपील की कि नए नियुक्त युवाओं को उच्च पदों पर पहुंचने के बाद भी जमीन से जुड़े रहना चाहिए और कड़ी मेहनत में विश्वास रखना चाहिए, क्योंकि यही सफलता की असली कुंजी है।
मुख्यमंत्री ने पंजाब को मेडिकल शिक्षा का केंद्र बनाने के लिए राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि एस.ए.एस. नगर (मोहाली), कपूरथला, संगरूर, होशियारपुर और मलेरकोटला में मेडिकल कॉलेजों का निर्माण तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि इन मेडिकल कॉलेजों का उद्देश्य राज्य को देश में चिकित्सा शिक्षा का मुख्य केंद्र बनाना है, जिससे पंजाब के लोगों को बहुत लाभ होगा।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए हाईटेक केंद्र खोल रही है, जिससे वे यूपीएससी जैसी महत्वपूर्ण परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि सुखबीर सिंह बादल पंजाब का एक कॉन्वेंट स्कूलों में पढ़ा हुआ राजनीतिक नेता है, जिसे राज्य की भौगोलिक स्थिति का ज्ञान नहीं है, लेकिन वह सत्ता हासिल करना चाहता है। उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनके परिवार पर भी आरोप लगाया कि उनका रिकॉर्ड हमेशा पंजाब के हितों को नजरअंदाज करने का रहा है। भगवंत सिंह मान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी ‘जुमलों का उस्ताद’ करार दिया, जो हर घटना या स्थान से खुद को जोड़ने की क्षमता रखते हैं।