Wednesday, January 29, 2025
Homeताज़ा ख़बरपुलवामा में आतंकियों का खात्मा: मेजर आशीष दहिया को शौर्य चक्र, परिवार...

पुलवामा में आतंकियों का खात्मा: मेजर आशीष दहिया को शौर्य चक्र, परिवार की बहादुरी की मिसाल

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में जून 2024 में आतंकवादियों के खिलाफ सफल सैन्य अभियान का नेतृत्व करने वाले हरियाणा के मेजर आशीष दहिया को शौर्य चक्र से सम्मानित किया जाएगा। सोनीपत जिले के ककराई गांव के निवासी मेजर आशीष को यह प्रतिष्ठित सम्मान गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान घोषित किया गया। इस खबर से परिवार और गांव में जश्न का माहौल है।

गांव के सरपंच कर्मबीर सिंह फौजी ने कहा कि जब आशीष गांव आएंगे, तो उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। परिवार के सदस्य और ग्रामीण उनकी इस उपलब्धि को देश के लिए गौरव का क्षण मानते हैं।

देशभक्ति की विरासत और प्रेरक बचपन

मेजर आशीष दहिया का परिवार सैन्य परंपरा से जुड़ा है। उनके पिता, स्व. अशोक दहिया, आर्मी में लांस नायक थे, और उनके ताऊ जगबीर सिंह दिल्ली पुलिस में उप-निरीक्षक रह चुके हैं। आशीष और उनके जुड़वां भाई अनीश को देशसेवा की प्रेरणा विरासत में मिली। मात्र छह वर्ष की आयु में आशीष ने अपने पिता को हृदयाघात के कारण खो दिया। इसके बाद उनकी मां सविता दहिया ने दोनों बेटों को प्रेरित करते हुए उन्हें आगे बढ़ाया।

आशीष के भाई अनीश और पत्नी अनुषा दहिया भी सेना में मेजर के पद पर देश की सेवा कर रहे हैं।

शैक्षणिक पृष्ठभूमि और प्रारंभिक जीवन

आशीष ने नर्सरी से 12वीं तक की पढ़ाई शिवा शिक्षा सदन से पूरी की। स्कूल के निदेशक अरुण बंसल और ज्योति शर्मा ने बताया कि आशीष शुरू से ही पढ़ाई में होनहार और हर गतिविधि में सक्रिय थे। 2010-11 में उन्होंने 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की। उनकी उपलब्धि पर स्कूल में भी खुशी का माहौल है।

शौर्य चक्र के लिए चयनित होने का कारण

भारतीय सेना के मेजर आशीष दहिया ने अपने अदम्य साहस, कर्तव्यपरायणता और नेतृत्व क्षमता का परिचय देते हुए आतंकवाद विरोधी अभियानों में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है।

  • जून 2022 से अब तक उन्होंने पांच उच्च जोखिम वाले अभियानों में भाग लिया।
  • चार कुख्यात आतंकवादियों को मार गिराने और तीन इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) को निष्क्रिय करने में सफलता पाई।

पुलवामा ऑपरेशन और घायल सैनिक की बहादुरी से बचाव
2 जून 2024 को पुलवामा के एक गांव में आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन में मेजर दहिया ने अपने साहस का परिचय दिया। आतंकियों की सटीक जवाबी कार्रवाई करते हुए उन्होंने एक भागते आतंकवादी को गंभीर रूप से घायल किया। इस दौरान आतंकवादियों द्वारा फेंके गए ग्रेनेड से घायल एक सैनिक को बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।

उन्होंने दक्षिण कश्मीर के सबसे लंबे समय तक सक्रिय रहे “ए प्लस-प्लस” श्रेणी के आतंकवादी को ढेर कर आतंकवादी नेटवर्क को करारा झटका दिया।

साहस और निस्वार्थ सेवा का सम्मान

मेजर आशीष दहिया को उनके इस साहसिक और निर्भीक नेतृत्व, मिशन के प्रति निस्वार्थ समर्पण और ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम तक पहुंचाने के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया जाएगा। उनका यह साहसिक कदम देश के लिए प्रेरणा है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments