बाबतपुर स्थित बनारस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल सुष्मिता सिंह (30) की आत्महत्या के मामले में नया मोड़ आया है। मंगलवार को उनके ससुर दशरथ सिंह ने संस्थान के डायरेक्टर आनंद कुमार पांडेय की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए शिवपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई। दूसरी ओर, जीआरपी ने पोस्टमार्टम के बाद सुष्मिता का शव परिजनों को सौंप दिया।
परिवार के आरोप
परिजनों का कहना है कि सुष्मिता सोमवार शाम चंद्राग्रीन अपार्टमेंट से एक घंटे में लौटने की बात कहकर गई थीं, लेकिन फिर नहीं लौटीं। बाद में सूचना मिली कि उन्होंने तरना ओवरब्रिज के नीचे ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी। सुष्मिता के भांजे हर्षवर्धन ने बताया कि डायरेक्टर आनंद कुमार पांडेय ने उनके हाथ से कॉलेज का मोबाइल छीन लिया था और संस्थान द्वारा मुहैया कराए गए फ्लैट को ताला लगाकर चाबी ले गए। उनकी अनुपस्थिति और घटनास्थल से जुड़े पहलुओं को लेकर संदेह जताया जा रहा है।
पुलिस की कार्रवाई
शिवपुर थानाध्यक्ष उदयवीर सिंह ने कहा कि तहरीर के आधार पर जांच शुरू की गई है। सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए आगे की कार्रवाई की जाएगी।
डायरेक्टर का पक्ष
संस्थान के डायरेक्टर आनंद कुमार पांडेय ने सभी आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा, “सारे आरोप निराधार हैं। घटना के समय पुलिस और परिजन भी मौजूद थे। सुष्मिता के पास जो मोबाइल था, वह पुलिस द्वारा बरामद किया गया है। मेरी भूमिका कहीं से भी संदिग्ध नहीं है।”
इस घटना ने संस्थान और क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। पुलिस सभी संभावित पहलुओं की जांच कर रही है ताकि सच्चाई सामने आ सके।