ओडिशा-छत्तीसगढ़ सीमा पर सुरक्षा बलों और वामपंथी उग्रवादियों के बीच एक बड़ी मुठभेड़ में कुल 16 माओवादी मारे गए हैं। पुलिस ने बताया कि सोमवार को दो महिला माओवादियों के मारे जाने के बाद मंगलवार को मुठभेड़ में 14 और माओवादी ढेर हो गए। इस संयुक्त अभियान को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), विशेष अभियान समूह (एसओजी) ओडिशा, और छत्तीसगढ़ पुलिस ने अंजाम दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस बड़ी सफलता पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह नक्सलवाद के खिलाफ एक और करारा प्रहार है। शाह ने अपने संदेश में ‘नक्सल मुक्त भारत’ के निर्माण के संकल्प को दोहराया। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, “हमारे सुरक्षा बलों ने नक्सलवाद को एक और करारा झटका दिया है। सीआरपीएफ, एसओजी ओडिशा, और छत्तीसगढ़ पुलिस के संयुक्त प्रयास से ओडिशा-छत्तीसगढ़ सीमा पर 14 नक्सलियों को मार गिराया गया। यह नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में एक बड़ा कदम है।”
मुठभेड़ की पूरी जानकारी
ओडिशा पुलिस ने एक बयान में कहा कि देर रात और मंगलवार सुबह हुई मुठभेड़ में एसओजी और अन्य सुरक्षा बलों ने 14 और माओवादियों को ढेर कर दिया। इस मुठभेड़ में भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी जब्त किए गए हैं। अधिकारी ने बताया कि यह मुठभेड़ छत्तीसगढ़ के कुलारीघाट रिजर्व फॉरेस्ट में हुई, जो ओडिशा के नुआपाड़ा जिले की सीमा से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
छत्तीसगढ़ पुलिस के अनुसार, इसी अभियान के दौरान सोमवार को दो महिला नक्सलियों को मार गिराया गया था। हालांकि, इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन का एक जवान घायल हो गया। अधिकारियों ने बताया कि इस क्षेत्र में नक्सलियों की बड़ी संख्या में मौजूदगी की जानकारी मिलने के बाद 19 जनवरी की रात से यह अभियान चल रहा था।
अभियान में शामिल सुरक्षा बल
छत्तीसगढ़ पुलिस ने बताया कि इस अंतर-राज्यीय अभियान में छत्तीसगढ़ की जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), सीआरपीएफ, और ओडिशा के विशेष अभियान दल (एसओजी) की टीम शामिल थी। छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर मैनपुर थाना क्षेत्र के एक जंगल में सुरक्षा बलों को नक्सलियों की गतिविधियों का सुराग मिला था, जिसके बाद ऑपरेशन शुरू किया गया। मुठभेड़ के बाद भी क्षेत्र में तलाशी अभियान जारी है और माओवादी हताहतों की संख्या बढ़ने की संभावना है।