चंडीगढ़, 17 दिसंबर:
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने खाद्य सुरक्षा और मिलावटखोरी के मामले में हरियाणा सरकार पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में खाद्य सामग्री में मिलावट एक गंभीर मुद्दा बन चुका है और मिलावटखोरी में राज्य देश के शीर्ष चार राज्यों में शामिल है। डॉ. गुप्ता ने कहा कि पिछले चार वर्षों के आंकड़े दर्शाते हैं कि हरियाणा में हर तीसरा खाद्य सैंपल फेल पाया गया है, जो प्रदेश के नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है।
डॉ. गुप्ता के अनुसार, पिछले चार वर्षों में कुल 12,859 सैंपल में से 3,638 सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे। उन्होंने इसे नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करार देते हुए कहा कि इस पर राज्य सरकार का कोई ध्यान नहीं है।
उन्होंने कहा कि खाद्य सामग्री में मिलावट के कारण गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे पेट में संक्रमण, अल्सर, और कैंसर जैसी घातक बीमारियाँ। ऐसे में बीजेपी सरकार को जनता के स्वास्थ्य से समझौता नहीं करना चाहिए। डॉ. गुप्ता ने सरकार से मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और खाद्य सुरक्षा विभाग को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी कहा कि हरियाणा में मिलावट की समस्या का मुख्य कारण प्रदेश में एफएसओ (फूड सेफ्टी ऑफिसर) की कमी है। वर्तमान में राज्य में कुल 17 एफएसओ हैं, और बीजेपी सरकार पिछले ढाई साल में 41 एफएसओ की भर्ती नहीं कर पाई है। उन्होंने बताया कि अधिकांश सैंपल केवल त्योहारी सीजन (अक्टूबर-नवंबर) में लिए जाते हैं।
डॉ. गुप्ता ने यह भी कहा कि राज्य की भौगोलिक स्थिति के कारण, जहां हरियाणा की सीमाएं उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों से सटी हुई हैं, मिलावटी सामग्री आसानी से राज्य में प्रवेश कर जाती है।
उन्होंने बीजेपी सरकार से रिक्त पदों को तत्काल भरने, सीमावर्ती इलाकों में विशेष निगरानी टीमों की तैनाती और मिलावटखोरों के खिलाफ कड़ी सजा देने की अपील की।