चंडीगढ़, 2 दिसंबर: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) किसानों का अधिकार है, और इसे कानूनी गारंटी मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किसान आंदोलन को समाप्त करने के दौरान एमएसपी की गारंटी देने का वादा किया था, और अब यह सरकार का कर्तव्य है कि वह इस वादे को पूरा करे।
हुड्डा ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि इस बार भी किसानों को एमएसपी और खाद की आपूर्ति में नाकाम रही है। उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार ने किसान आंदोलन समाप्त करने के दौरान एमएसपी की गारंटी देने का वादा किया था, जिसे अब बीजेपी को तुरंत लागू करना चाहिए।” हुड्डा ने यह भी कहा कि किसानों की समस्याओं को लेकर कांग्रेस पार्टी ने कई बार आवाज उठाई है, और पार्टी के चुनावी घोषणापत्र में भी इस मुद्दे का जिक्र किया गया था।
पूर्व मुख्यमंत्री चंडीगढ़ में अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस मौके पर कांग्रेस सांसद जयप्रकाश जेपी और सतपाल ब्रह्मचारी भी उनके साथ मौजूद थे। हुड्डा ने यह आरोप भी लगाया कि बीजेपी ने किसानों से किए वादों को चुनावों के बाद नजरअंदाज कर दिया। उन्होंने कहा, “बीजेपी ने किसानों को 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदने का वादा किया था, लेकिन न तो इस दर पर धान खरीदी गई और न ही एमएसपी पर फसलों की खरीद की गई।”
हुड्डा ने कहा कि बीजेपी का दावा है कि वह हरियाणा में 24 फसलों पर एमएसपी दे रही है, लेकिन किसानों को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा। उन्होंने बीजेपी से यह मांग की कि वह अपने वादे के अनुसार किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी प्रदान करे।