-मोहाली (सोहाना) बिल्डिंग ढहने की घटना-
मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए युद्धस्तर पर बचाव अभियान जारी
एनडीआरएफ, सेना, पुलिस और जिला प्रशासन संयुक्त रूप से अभियान चला रहे
जिला प्रशासन ने कंट्रोल रूम नंबर 0172-2219506 जारी किया
सिविल अस्पताल, फोर्टिस, मैक्स और सोहाना अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया
एसएएस नगर, 21 दिसंबर:
शनिवार रात को कार्यवाहक डिप्टी कमिश्नर विराज एस तिड़के, जो घटनास्थल पर व्यक्तिगत रूप से बचाव अभियान की निगरानी कर रहे थे ने कहा कि मोहाली (सोहाना) मल्टीस्टोरी बिल्डिंग ढहने की घटना में मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए बचाव अभियान निरंतर जारी रहेगा।
कार्यवाहक डीसी ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि शाम को जैसे ही प्रशासन को घटना की सूचना मिली, वे और जिला के अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे, जहां जिला पुलिस ने स्थानीय लोगों और अन्य विभागों की मदद से बचाव अभियान शुरू किया। उन्होंने बताया कि एसएसपी दीपक पारीक भी सबसे पहले मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य तुरंत शुरू करवाने के लिए पहल की। इस अवसर पर उपस्थित अन्य जिला अधिकारियों में आयुक्त एमसी मोहाली टी बेनिथ, एडीसी (यूडी) अनमोल सिंह धालीवाल, एसडीएम मोहाली दमनदीप कौर और स्थानीय डीएसपी हरसिमरन सिंह बल तथा अन्य पुलिस और सिविल अधिकारी शामिल थे। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने तुरंत पिंजौर स्थित राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल को संदेश भेजा और इसके अलावा सेना की पश्चिमी कमान को एनडीआरएफ के साथ बचाव अभियान को तेज़ के लिए सूचित किया।
विराज एस तिड़के ने बताया कि अब तक एक गंभीर रूप से घायल महिला को मलबे से निकाला गया है और एनडीआरएफ और सेना के जवान मलबे में फंसे अन्य लोगों को बचाने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अगर किसी को भी अपने परिवार के किसी सदस्य के लापता होने की आशंका है तो वे जिला नियंत्रण कक्ष नंबर 0172-2219506 पर डायल कर जिला प्रशासन को सूचित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि शहर के सभी बड़े अस्पतालों जैसे सिविल अस्पताल (मेडिकल कॉलेज से जुड़ा हुआ), फोर्टिस, मैक्स और सोहाना अस्पतालों को घायलों के लिए आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने के लिए अलर्ट पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन मलबे में फंसे हर व्यक्ति को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि मलबे में फंसे सभी लोगों को बचाने तक चौबीसों घंटे अभियान जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ और सेना के अलावा सभी आवश्यक उपकरण और मशीनरी भी उपलब्ध करा दी गई है।
विराज ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पहले ही चल रहे बचाव कार्यों के बारे में जिला प्रशासन से बात की है और उन्होंने पीड़ितों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करने का निर्देश दिया है।
इसके अलावा सांसद मालविंदर सिंह कंग और स्थानीय विधायक कुलवंत सिंह भी बचाव कार्य की निगरानी के लिए मौके पर मौजूद थे। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने भी बचाव कार्य का जायजा लिया और डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर और एसएसपी दीपक पारीक सहित स्थानीय पुलिस अधिकारियों को हर कीमत पर पीड़ितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उपायुक्त आशिका जैन ने कहा कि सभी पीड़ितों की सुरक्षित वापसी तक बचाव कार्य जारी रहेगा और बचाव दल और स्थानीय पुलिस की सहायता के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार अर्जुन सिंह ग्रेवाल और नवप्रीत सिंह शेरगिल को तैनात किया गया है।