Thursday, February 20, 2025
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विज्ञान विषय में विद्यार्थियों की रूचि बढ़ाने के लिए जिले के 443 स्कूलों में जाएगी मोबाइल STEM लैब – उपायुक्त

विज्ञान विषय में विद्यार्थियों की रूचि बढ़ाने के लिए जिले के 443 स्कूलों में जाएगी मोबाइल STEM लैब – उपायुक्त
विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित पर रोमांचक जानकारी प्रदान करने के लिए स्कूल बस परियोजना प्रति सप्ताह लगभग 36 स्कूलों तक पहुंचेगी
रूपनगर, 16 फरवरी: डिप्टी कमिश्नर रूपनगर श्री हिमांशु जैन ने बताया कि विद्यार्थियों में विज्ञान व तकनीकी विषयों के प्रति रूचि बढ़ाने के लिए मोबाइल एसटीईएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) प्रयोगशाला विज्ञान एक्सप्रेस विकसित की गई है, जो रूपनगर जिले के कुल 443 सरकारी व निजी स्कूलों में जाकर विद्यार्थियों में विज्ञान विषयों के प्रति रूचि बढ़ाएगी।
इस संबंध में आगे जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि पंजाब सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा हाल ही में जारी की गई रिपोर्ट से पता चला है कि उच्चतर माध्यमिक शिक्षा में विज्ञान विषय चुनने वाले विद्यार्थियों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई है। जिसके कारण विज्ञान में घटती रुचि भविष्य के कार्यबल के लिए एक गंभीर चुनौती बन गई है।
 हिमांशु जैन ने कहा कि इस मोबाइल एसटीईएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) स्कूल बस परियोजना को विशेष रूप से नई उभरती प्रौद्योगिकियों और कौशल की बढ़ती मांग के संदर्भ में डिजाइन किया गया है।
 हिमांशु जैन ने आगे बताया कि आज की तेजी से विकसित होती दुनिया में, छात्रों के लिए प्रतिस्पर्धा करने, आधुनिकीकरण करने और आधुनिक तकनीकी प्रगति के अनुकूल होने के लिए STEM शिक्षा आवश्यक हो गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रों को अक्सर अपर्याप्त बुनियादी ढांचे, सीमित संसाधनों और प्रशिक्षित शिक्षकों की कमी के कारण गुणवत्तापूर्ण STEAM शिक्षा तक पहुंच नहीं मिल पाती है।
उन्होंने कहा कि इस अंतर को समझते हुए, शिक्षा विभाग ने मोबाइल STEM स्कूल बस परियोजना शुरू की है – जो एक नवीन दृष्टिकोण है जो ग्रामीण बच्चों के दरवाजे तक सीधे STEM सीखने का अनुभव प्रदान करता है।
हिमांशु जैन ने बताया कि इसका उद्देश्य STEM शिक्षा को इंटरैक्टिव, रोचक और सुलभ बनाकर छात्रों को उच्च शिक्षा में विज्ञान को अपनाने के लिए प्रेरित करना है। इसके अलावा, आधुनिक उपकरणों, रोबोटिक्स किट, कोडिंग मॉड्यूल और कृत्रिम बुद्धिमत्ता-संचालित प्रयोगों के माध्यम से अनुभवात्मक शिक्षा प्रदान करना भी व्यावहारिक प्रशिक्षण है।
उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य ग्रामीण स्कूलों और उन समुदायों तक पहुंच बनाकर अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी सुनिश्चित करना है, जिनके पास अच्छी तरह से सुसज्जित विज्ञान प्रयोगशालाएं नहीं हैं। इसके साथ ही, छात्रों में समस्या समाधान, आलोचनात्मक चिंतन और नवाचार की संस्कृति को भी प्रोत्साहित किया जाना है।
उन्होंने कहा कि यह एक मोबाइल विज्ञान प्रयोगशाला है जो प्रतिदिन 6 स्कूलों को कवर कर सकती है और विज्ञान आधारित प्रयोग करने के लिए प्रति सप्ताह लगभग 36 स्कूलों का दौरा करेगी।
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