चंडीगढ़, 17 जनवरी, 2025:
ब्रेन स्ट्रोक एक गंभीर समस्या है जो दीर्घकालिक दिव्यांगता और मृत्यु का कारण बन सकती है। यह मस्तिष्क की कोशिकाओं को अपरिवर्तनीय रूप से क्षति पहुंचाता है। हालांकि, उन्नत चिकित्सा तकनीकों जैसे मैकेनिकल थ्रोम्बेक्टॉमी की उपलब्धता ने अब कुछ अस्पतालों में इस स्थिति के इलाज के अवसरों को बढ़ा दिया है। फोर्टिस मोहाली में 24×7 यह उपचार उपलब्ध है, जो स्ट्रोक के बाद 24 घंटे के भीतर भी गंभीर मरीजों की जान बचाने में मदद कर सकता है।
मैकेनिकल थ्रोम्बेक्टॉमी एक मिनिमल इनवेसिव प्रक्रिया है, जिसमें मस्तिष्क की धमनियों में एक कैथेटर डाला जाता है और खून के थक्कों को हटा दिया जाता है। इससे रक्त प्रवाह को पुनः स्थापित किया जाता है और ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों के इलाज की समय सीमा को 24 घंटे तक बढ़ा कर उन्हें दिव्यांगता या मृत्यु से बचाया जा सकता है।
हाल ही में, फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली के इंटरवेंशनल न्यूरो-रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट के एडिशनल डायरेक्टर, डॉ. प्रो. विवेक गुप्ता के नेतृत्व में एक टीम ने चंडीगढ़ की 80 वर्षीय महिला का इलाज किया। महिला को स्ट्रोक के आठ घंटे बाद फोर्टिस मोहाली लाया गया था। मरीज बोलने में असमर्थ थी, उसके बाएं शरीर में लकवा था और वह वेंटिलेटर पर थी।
डॉ. गुप्ता और उनकी टीम ने मरीज के मस्तिष्क और गर्दन की धमनियों से दो थक्कों को हटाने के लिए मैकेनिकल थ्रोम्बेक्टॉमी और एंजियोप्लास्टी की। कभी-कभी गर्दन की धमनियां बंद हो जाती हैं, कभी मस्तिष्क की, और कुछ मामलों में दोनों को खोला जाना आवश्यक होता है। मरीज की पोस्ट-ऑपरेटिव रिकवरी सहज रही और सात दिन बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अब वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं और सामान्य जीवन जी रही हैं।
इस उन्नत उपचार के बारे में बात करते हुए, डॉ. गुप्ता ने कहा कि मैकेनिकल थ्रोम्बेक्टॉमी को स्ट्रोक के शुरू होने के 24 घंटे के भीतर विशेष मरीजों पर किया जा सकता है। यह एक मिनिमल इनवेसिव प्रक्रिया है, जिसमें इंटरवेंशनल न्यूरो-रेडियोलॉजिस्ट विशेष उपकरणों का उपयोग करके मस्तिष्क या गर्दन की धमनियों से थक्का हटाते हैं।
डॉ. गुप्ता ने बताया कि फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली उत्तर भारत के कुछ चुनिंदा सेंटर्स में से एक है, जहां 24×7 उन्नत न्यूरो-इंटरवेंशनल इलाज और संपूर्ण स्ट्रोक देखभाल, जिसमें सीटी परफ्यूजन और मैकेनिकल थ्रोम्बेक्टॉमी जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम, जिसमें न्यूरोलॉजिस्ट, इंटरवेंशनल न्यूरो-रेडियोलॉजिस्ट, न्यूरोसर्जन और एनेस्थेटिस्ट शामिल हैं, चौबीसों घंटे स्ट्रोक उपचार प्रदान करती है। स्ट्रोक के निदान, इलाज और पुनर्वास से संबंधित सभी सेवाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध हैं।