प्रिमेच्योर डिलिवरी में भारत पहले नम्बर पर – विश्व स्वास्थ्य संगठन
चंडीगढ़:: वर्ष 2020 में पूरी दुनिया में करीब 1.34 करोड़ बच्चों ने समय से पहले जन्म लिया। यानी इन बच्चों को गर्भावस्था के 37 हफ्ते से पहले ही मां की कोख छोड़कर दुनिया में आना पड़ा। दुनिया में जन्म लेने वाले हर 10 बच्चे में से 1 को समय से पहले जन्म लेना पड़ता है। यह अध्ययन हाल ही में लैंसेट मैगजीन में प्रकाशित हुआ है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार समय से पहले जन्म लेने वाले कुल बच्चों में से 20 फीसदी यानी 30.2 लाख भारत में पैदा हुए।
ऐसे ही दो जटिल मामलों में ईश्वरीय कृपा से मदरहुड में आंतों में पांच छेद ( नेक्रोटाइजिंग इंटेरोकोलाइटिस) वाले सातवें महीने में प्री मेच्योर दो शिशुओं को गहन सर्जरी ,वेंटिलेटर स्पोर्ट, नियोनेटल आई सी यु में डॉ सनी नरूला व डॉ सौरभ कपूर की टीम ने नीकु आन व्हील्स की मदद से अस्पताल लाकर दो महीने की कठिन दिन रात की देखभाल से शिशुओं की बचाई जान , डॉ सनी नरूला का कहना है कि यदि प्रीमेच्योर डिलवरी हो तो हमें मदरहुड जैसे नजदीकी नियोनेटल आई सी यु वाले सेंटर में जाना चाहिए ताकि बच्चे को सामान्य वजन तक आने का समय चिकित्सा देखरेख में रखकर उन्हें बचाया जा सके।