27 जनवरी 2025:
हफ्ते के पहले कारोबारी दिन घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई। वैश्विक बाजारों में बिकवाली के दबाव और विदेशी पूंजी की लगातार निकासी के कारण सेंसेक्स 800 अंक तक गिर गया। निफ्टी भी 22800 के नीचे आ गया।
सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट
सोमवार सुबह 11:01 बजे सेंसेक्स 783.08 अंकों (1.02%) की गिरावट के साथ 75,427.04 पर कारोबार कर रहा था। वहीं, निफ्टी 238.91 अंक (1.03%) फिसलकर 22,853.30 पर पहुंच गया। शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 343 अंकों (0.45%) की गिरावट के साथ 75,847.46 पर और एनएसई निफ्टी 108.95 अंकों (0.47%) की गिरावट के साथ 22,983.25 पर खुला।
रुपया में गिरावट
डॉलर के मुकाबले रुपया भी कमजोर हुआ। सोमवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 22 पैसे गिरकर 86.44 प्रति डॉलर पर आ गया। शुक्रवार को रुपया 86.22 पर बंद हुआ था।
बाजार में गिरावट के कारण
विशेषज्ञों के अनुसार, वैश्विक बाजारों में कमजोरी और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) द्वारा लगातार बिकवाली ने घरेलू बाजार पर दबाव डाला। शुक्रवार को एफआईआई ने 2,758.49 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे।
फायदा और नुकसान की स्थिति
सेंसेक्स में सूचीबद्ध 30 कंपनियों में से ज़ोमैटो, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, पावरग्रिड, टाटा मोटर्स, अदाणी पोर्ट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंडसइंड बैंक, इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की गई।
वहीं, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, लार्सन एंड टूब्रो, नेस्ले इंडिया, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईटीसी और एशियन पेंट्स के शेयरों में बढ़त देखने को मिली।
निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह
विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा वैश्विक अस्थिरता और एफआईआई की बिकवाली के बीच निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए। बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच दीर्घकालिक निवेश के लिए योजना बनाना बेहतर होगा।