चंडीगढ़, 16 जनवरी।
हरियाणा पुलिस ने नशा तस्करों के नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई करते हुए वर्ष 2024 में 108 तस्करों और उनके रिश्तेदारों की 52.72 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की है। इसके अतिरिक्त, 111 अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया गया। वर्ष 2024 में 25 नशा तस्करों की 7.04 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई, जबकि 2023 में 16 तस्करों की 13 करोड़ रुपये की संपत्ति सीज की गई थी। नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने पीआईटी एनडीपीएस के तहत 63 तस्करों को सलाखों के पीछे भेजा है। एनडीपीएस एक्ट के तहत सजा दर 2023 में 49% थी, जो 2024 में बढ़कर 54% हो गई। इससे न्यायिक प्रणाली में जनता का विश्वास और मजबूत हुआ है।
नशामुक्त हरियाणा अभियान: 40% से अधिक गांव नशामुक्त घोषित
हरियाणा पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने बताया कि “नशामुक्त हरियाणा अभियान” प्रदेश को नशामुक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा है। अब तक 40% से अधिक गांवों को नशामुक्त घोषित किया जा चुका है। इन गांवों में पुलिस की टीमें नियमित निगरानी करती हैं, ताकि नशे का व्यापार न हो। नशे के आदी लोगों के इलाज की भी व्यवस्था की जा रही है।
नमक-लोटा अभियान के माध्यम से पंचायत स्तर पर जागरूकता फैलाई जा रही है, जहां सामुदायिक दबाव से नशा तस्करों और नशे के आदी लोगों को इसके दुष्परिणामों के बारे में बताया जाता है।
राम गुरुकुल गमन और चक्रव्यूह: नई पहल
बच्चों तक नशामुक्ति का संदेश पहुंचाने के लिए “राम गुरुकुल गमन” नाटिका शुरू की गई है। यह नाटक भगवान राम के जीवन से प्रेरित है और छात्रों को अनुशासन और चुनौतियों से निपटने की सीख देता है। इसे कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में प्रस्तुत किया जा रहा है। अंबाला स्थित पुलिस डीएवी स्कूल में “चक्रव्यूह” कार्यक्रम के तहत स्कूली बच्चों के लिए इंटरैक्टिव गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं, जो उन्हें नशे और अपराध से दूर रहने के लिए प्रेरित करती हैं।
104 नशा मुक्ति केंद्रों में पुनर्वास सेवाएं
एचएसएनसीबी के महानिदेशक ओ.पी. सिंह ने कहा कि नशे की समस्या केवल कानून का मुद्दा नहीं, बल्कि मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य का भी मामला है। हरियाणा में 104 नशा मुक्ति केंद्र चल रहे हैं, जहां पीड़ितों का इलाज किया जा रहा है। पुलिस स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर काम कर रही है। पिछले वर्ष 65 बार नशा मुक्ति केंद्रों की जांच की गई।
नशीली दवाओं की बिक्री रोकने के लिए दवा विक्रेताओं पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। पुलिस अधिकारी नियमित रूप से मेडिकल एसोसिएशनों से बैठक कर उन्हें डॉक्टर की पर्ची के बिना दवाएं न देने के लिए जागरूक कर रहे हैं।
तकनीक और अंतर-राज्यीय सहयोग से बढ़ी सख्ती
नशा तस्करों के खिलाफ हरियाणा पुलिस तकनीक का उपयोग कर रही है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा एनालिटिक्स की मदद से तस्करों के रूट की पहचान कर पड़ोसी राज्यों के साथ मिलकर नेटवर्क को ध्वस्त किया गया है। जून 2024 में “नशामुक्त भारत पखवाड़ा” के तहत 12 लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया। 2024 में 2,572 जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से 16,66,581 युवाओं तक संदेश पहुंचाया गया।
हरियाणा पुलिस ने जनता से अपील की है कि नशे के खिलाफ मुहिम में सहयोग करें और हैल्पलाइन नंबर 9050891508 पर नशा बेचने वालों की सूचना दें। सूचना देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।