चंडीगढ़/16 दिसंबर:
शिरोमणी अकाली दल की वरिष्ठ नेता और बठिंडा की सांसद, बीबा हरसिमरत कौर बादल ने आज केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल, जो पिछले 21 दिनों से भूख हड़ताल पर हैं और जिनकी तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही है, उनकी जान बचाने के लिए केंद्र को किसानों की लंबित मांगों को मानना चाहिए। इनमें एमएसपी को कानूनी गारंटी देने समेत अन्य प्रमुख मांगें शामिल हैं।
आज संसद में बीबा हरसिमरत कौर बादल ने किसान नेता की खराब सेहत का मुद्दा उठाया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन कृषि कानूनों को रद्द करने का वादा करते हुए किसानों की सभी मांगों को स्वीकार करने पर सहमति जताई थी। उन्होंने कहा, “किसानों की सभी मांगों पर विचार करने के लिए एक समिति गठित करने का वादा किया गया था, लेकिन किसान आंदोलन के दौरान 700 किसानों की शहादत के बावजूद मांगें अब तक पूरी नहीं की गई हैं।”
बीबा बादल ने यह भी कहा कि यह बेहद निंदनीय है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बावजूद, जिनमें राज्य और केंद्र को श्री डल्लेवाल को भूख हड़ताल समाप्त करने के लिए मनाने के लिए कहा गया था, केंद्र ने एक निम्न स्तर के अधिकारी को नियुक्त किया, जो बस यह कहता है कि वह किसानों की राय सुनने आया है। उन्होंने केंद्र से तुरंत कार्रवाई करने की अपील करते हुए कहा कि इसके लिए एमएसपी, कर्ज माफी, पेंशन, बिजली शुल्क में वृद्धि पर रोक, पुलिस मामलों की वापसी और लखीमपुरी खीरी हिंसा के शिकार लोगों को न्याय प्रदान करने की आवश्यकता है।
बीबा बादल ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि वह इस गंभीर मामले को केंद्र सरकार तक सही तरीके से नहीं पहुंचा पाई, जबकि किसान नेता का आमरण अनशन अब 21 वें दिन में प्रवेश कर चुका है। उन्होंने कहा, “आप सरकार पूरी तरह से इस स्थिति की गंभीरता को केंद्र सरकार के सामने पेश करने में विफल रही है।”