24 दिसंबर 2024 :
उत्तर प्रदेश सरकार प्रयागराज महाकुंभ 2025 को भारतीय संस्कृति और एकता का वैश्विक प्रतीक बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। इसी दिशा में उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई और निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री नंद गोपाल गुप्ता “नंदी” ने चंडीगढ़ में एक भव्य रोड शो का नेतृत्व किया। उन्होंने हरियाणा के माननीय राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय, माननीय मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी और हरियाणा की जनता को प्रयागराज महाकुंभ 2025 में आने का आमंत्रण दिया।
श्री नंद गोपाल गुप्ता “नंदी” ने महाकुंभ को भारत की विविधता में एकता का अद्वितीय उत्सव और देश की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेतना का एक अहम हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में सरकार महाकुंभ 2025 को एक ऐतिहासिक आयोजन बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहभागिता और अत्याधुनिक सुविधाओं पर जोर दे रही है।
रोड शो के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए औद्योगिक विकास मंत्री श्री नंद गोपाल गुप्ता “नंदी” ने कहा कि महाकुंभ 2025, पिछले महाकुंभ से और भी अधिक दिव्य और भव्य होगा। इस बार 45 करोड़ तीर्थयात्रियों, साधु-संतों और पर्यटकों के आने की संभावना है, जिसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने समयबद्ध तरीके से समुचित व्यवस्थाएं की हैं।
स्वच्छ, हरित और डिजिटल महाकुंभ: श्री नंदी ने महाकुंभ 2025 की तैयारी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह स्वच्छ, सुरक्षित, स्वस्थ्य और डिजिटल महाकुंभ होगा। पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त महाकुंभ का संकल्प लिया गया है। इसके तहत मेला क्षेत्र में विभिन्न दोना-पत्तल विक्रेताओं की दुकानों का आवंटन किया गया है, स्वच्छता पर स्कूलों में बैठकें आयोजित की गई हैं, और घर-घर सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त का संदेश दिया जा रहा है।
स्वास्थ्य देखभाल की व्यवस्था: महाकुंभ में तीर्थयात्रियों और साधु-संतों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। 100 बेड का अस्पताल, 20 बेड के दो छोटे अस्पताल और आईसीयू की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, 291 डॉक्टर, 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ और 182 नर्सों की तैनाती की गई है।
डिजिटल महाकुंभ अनुभव: महाकुंभ 2025 के डिजिटल पहलू पर बात करते हुए श्री नंदी ने कहा कि इस बार महाकुंभ में एक डिजिटल अनुभव होगा, जिसमें महाकुंभ की वेबसाइट, ऐप, 11 भाषाओं में एआई चैट बॉट, क्यूआर कोड आधारित पास, बहुभाषीय डिजिटल खोया-पाया केंद्र और स्वचालित राशन आपूर्ति प्रणाली जैसी सुविधाएं शामिल होंगी।
स्मार्ट पार्किंग व्यवस्था: पर्यटकों की सुविधा के लिए 101 स्मार्ट पार्किंग की व्यवस्था की गई है, ताकि पार्किंग से संबंधित समस्याओं का समाधान किया जा सके।