पंचकूला, 28 नवंबर: हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने जिला रेवाड़ी में हाल ही में हुई लूटपाट की घटना का कड़ा संज्ञान लिया। उन्होंने लापरवाही बरतने वाले चार एसएचओ को निलंबित करने के आदेश दिए। श्री कपूर ने कहा कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और ऐसे अधिकारियों तथा कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जो अपनी जिम्मेदारी निभाने में चूक करते हैं।
पुलिस मुख्यालय में आयोजित बैठक में श्री कपूर ने राज्यभर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और जिला पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की। बैठक में कानून व्यवस्था बनाए रखने, पुलिस की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने और अन्य महत्वपूर्ण मामलों पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में पुलिस महानिदेशक ने कहा कि पुलिस को अपनी कार्यशैली में सुधार लाने की आवश्यकता है, ताकि फील्ड में संदिग्ध गतिविधियों की बेहतर निगरानी की जा सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे फील्ड में अपनी उपस्थिति को और प्रभावी बनाएं और संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ करें। साथ ही, उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि वे कर्मचारियों की रिपोर्टिंग व्यवस्था को मजबूत करें और कार्य को सुपरवाइज करें ताकि पुलिस की कार्य प्रणाली में सुधार हो सके।
श्री कपूर ने बैठक में यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी अधिकारी या कर्मचारी से लापरवाही पाई गई, तो उसे सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। उन्होंने यह निर्देश भी दिया कि जिन रास्तों का उपयोग अपराधी वारदात को अंजाम देने के लिए करते हैं, वहां के थाना प्रभारी और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। इसके साथ ही, उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे फील्ड में संदिग्ध लोगों पर कड़ी नजर रखें और उनसे पूछताछ करें।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- रेवाड़ी जिला में हुई लूटपाट की घटना का कड़ा संज्ञान लिया: पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने इस घटना में लापरवाही बरतने वाले चार एसएचओ को निलंबित करने के आदेश दिए।
- एफएसएल स्टाफ की संख्या दोगुनी की गई: पुलिस की कार्य क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से हरियाणा पुलिस की फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) में तैनात स्टाफ की संख्या को पहले से दोगुना किया गया है, ताकि नमूनों की जांच जल्दी हो सके।
श्री कपूर ने हरियाणा पुलिस की क्षमता निर्माण पर भी बल दिया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को कहा कि वे जिलों में नए आपराधिक कानूनों और शस्त्र संचालन के कोर्सेज आयोजित करें और स्वाट टीमों के लिए रिफ्रेशर कोर्स आयोजित करें। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस अधीक्षकों को अपने जिलों में ज्वेलरों, बैंकों, पेट्रोल पंपों और व्यापार संगठनों के साथ बैठकें आयोजित करनी चाहिए, ताकि सुरक्षा के उपायों और पुलिस के साथ तालमेल पर चर्चा की जा सके।
श्री कपूर ने यह भी कहा कि जिलों में स्थापित किए गए सीसीटीवी कैमरे उच्च गुणवत्ता के होने चाहिए और इनकी नियमित जांच होनी चाहिए। पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया कि वे इन कैमरों की समय-समय पर निगरानी रखें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे सही से कार्य कर रहे हैं।
इसके अतिरिक्त, पुलिस महानिदेशक ने फॉरेंसिक साइंस लैब के कर्मचारियों की संख्या को दोगुना करने के बाद कहा कि अब नमूनों की जांच पहले की तुलना में तेज़ी से की जा सकेगी। उन्होंने यह भी बताया कि हरियाणा में जिलों में नई फॉरेंसिक लैब्स स्थापित की जा रही हैं, और अधिकारियों को इन लैब्स को सुदृढ़ करने के लिए निर्देशित किया गया ताकि वे नमूनों को एकत्र करने के लिए एक सिंगल पॉइंट ऑफ कलेक्शन के रूप में कार्य कर सकें।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ममता सिंह, आईजी पर्सनल राज श्री, पुलिस आयुक्त पंचकूला राकेश आर्य, एआईजी कमलदीप गोयल, एआईजी मोहित हांडा, और एआईजी हिमांशु गर्ग सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।