20 जनवरी 2025:
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के तीसरे चरण में सोमवार को सुपौल जिले का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कुल 298.072 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। सीएम का कार्यक्रम लगभग चार घंटे दस मिनट का निर्धारित था, लेकिन वे निर्धारित समय से एक घंटे की देरी से पहुंचे।
सीएम ने 163.845 करोड़ रुपये की 158 योजनाओं का शिलान्यास और 134.227 करोड़ रुपये की 52 योजनाओं का उद्घाटन किया। इनमें सबसे बड़ी सौगात वीरपुर हवाई अड्डा है, जिसका रनवे 4.472 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्निर्मित किया गया।
निर्धारित कार्यक्रम से देरी
सीएम का हेलीकॉप्टर सुबह 10:55 बजे सुपौल सदर प्रखंड के बकौर पंचायत स्थित पूर्वी कोसी तटबंध के समीप नवनिर्मित हेलीपैड पर उतरने वाला था, लेकिन यह लगभग एक घंटे की देरी से 11:55 बजे पहुंचा। बकौर पंचायत के वार्ड 5 बिजलपुर पुनर्वास में सीएम ने निरीक्षण कार्य शुरू किया। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र, प्राथमिक विद्यालय, तालाब जीर्णोद्धार और घाट सौंदर्यीकरण का अवलोकन किया। इसके बाद विभिन्न विभागों के स्टॉलों का निरीक्षण और लाभार्थियों से संवाद करते हुए योजनाओं का लाभ भी वितरित किया।
बकौर पंचायत के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेणीगंज और पिपरा पहुंचे, जहां उन्होंने प्रस्तावित बाईपास का शिलान्यास और निरीक्षण किया। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, दोपहर 3:05 बजे सीएम को आईटीआई कॉलेज परिसर स्थित हेलीपैड से पटना लौटना था। हालांकि, वापसी में भी एक घंटे की देरी होने की संभावना जताई गई।
डेयरी संयंत्र का विस्तार और टाउन हॉल का उद्घाटन
पिपरा में भ्रमण के बाद सीएम 1:29 बजे सुधा डेयरी प्लांट पहुंचे। उन्होंने चार मिनट रुककर डेयरी संयंत्र के विस्तार का उद्घाटन किया। पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा 24.13 करोड़ रुपये की लागत से संयंत्र की दूध प्रसंस्करण क्षमता को एक लाख लीटर से बढ़ाकर दो लाख लीटर प्रतिदिन किया गया है। यहां दुग्ध उत्पाद संयंत्र भी स्थापित किया गया है।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने सुपौल में नवनिर्मित टाउन हॉल का उद्घाटन किया। यहां उन्होंने 14 महिला पर्यवेक्षिकाओं, 54 होमगार्ड कर्मियों और बालगृह संचालन के लिए 36 नवनियुक्त कर्मियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इसके अलावा, नगर परिषद सुपौल द्वारा किए गए तालाब जीर्णोद्धार कार्य का निरीक्षण किया।
कलेक्ट्रेट में समीक्षा बैठक
दोपहर 2:00 बजे सीएम जिला अतिथि गृह से कलेक्ट्रेट रवाना हुए। कलेक्ट्रेट में उन्होंने पोखर जीर्णोद्धार कार्य का निरीक्षण किया और लहटन चौधरी सभागार में जिला स्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक समाप्ति के बाद मुख्यमंत्री आईटीआई कॉलेज परिसर स्थित हेलीपैड से पटना के लिए प्रस्थान कर गए।