चंडीगढ़/तरनतारन, 7 जनवरी:
पंजाब को अपराध मुक्त राज्य बनाने के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर चल रहे अभियान के तहत, पंजाब पुलिस ने तरनतारन जिले में गोलीबारी की दो घटनाओं का खुलासा किया है। पुलिस ने तरनतारन के वल्टोहा क्षेत्र में एक संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद विदेशी गैंगस्टर प्रभदीप सिंह उर्फ प्रभ दासूवाल के दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया। यह जानकारी मंगलवार को पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने दी।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान तरनतारन के गांव तूत निवासी करणप्रीत सिंह उर्फ करण और तरनतारन के गांव भंगाला निवासी गुरलालजीत सिंह उर्फ लाली के रूप में हुई है। पुलिस ने उनके पास से एक .32 बोर की पिस्तौल, जिंदा कारतूस, खाली गोलियों के खोल और उनका होंडा एक्टिवा स्कूटर बरामद किया है, जिस पर वे सवार थे।
जानकारी के अनुसार, दोनों आरोपी घनश्यामपुरिया गिरोह से जुड़े हुए थे और अपने हैंडलर प्रभ दासूवाल के निर्देश पर जबरन वसूली का रैकेट चला रहे थे। ये दोनों आरोपी दो गोलीबारी घटनाओं में शामिल थे। पहली घटना 1 जनवरी 2025 को गांव घरयाला में स्थित एक मेडिकल स्टोर पर हुई थी, और दूसरी घटना वल्टोहा में हुई थी, जिसमें आरोपियों ने 2 दिसंबर 2024 को आढ़तियों को निशाना बनाकर 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि घटना के बाद, तरनतारन पुलिस ने एक विशेष अभियान शुरू किया और तकनीकी और मानव खुफिया जानकारी के आधार पर दोनों मामलों में आरोपियों की पहचान की।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) अजयराज सिंह, डीएसपी राजिंदर मिन्हास और डीएसपी प्रीत इंदर सिंह के नेतृत्व में पुलिस दल ने वल्टोहा क्षेत्र में घूम रहे आरोपियों के बारे में मिली सूचना के आधार पर उनका पीछा किया और नाके पर उन्हें गिरफ्तार किया। इस दौरान दोनों आरोपियों ने पुलिस पार्टी पर गोलीबारी की, जिसके जवाब में पुलिस ने आत्मरक्षा में गोलीबारी की।
एसएसपी तरनतारन अभिमन्यु राणा ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि जवाबी गोलीबारी में आरोपी करणप्रीत और गुरलालजीत घायल हो गए। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। उन्होंने यह भी बताया कि आरोपी करणप्रीत का आपराधिक इतिहास रहा है, और पंजाब पुलिस उसकी विभिन्न आपराधिक मामलों में तलाश कर रही थी।
एसएसपी ने कहा कि आगे की जांच जारी है और फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
पुलिस स्टेशन वल्टोहा में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 109, 132, 221 और 3(5) तथा आर्म्स एक्ट की धारा 25(6)(7) के तहत एफआईआर संख्या 3 दिनांक 07/01/2025 दर्ज की गई है।