चंडीगढ़/खन्ना, 6 जनवरी:
पंजाब के पर्यटन और सांस्कृतिक मामले, पूंजी निवेश प्रोत्साहन, उद्योग और वाणिज्य, श्रम, आतिथ्य और ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री तरूणप्रीत सिंह सौंद ने खन्ना शहर से पंजाब को कूड़ा मुक्त बनाने के लिए पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की। उन्होंने आज खन्ना में डोर-टू-डोर कलेक्शन और सेग्रीगेशन प्लांट का उद्घाटन किया।
तरूणप्रीत सिंह सौंद ने बताया कि इस पायलट प्रोजेक्ट की लागत 4 करोड़ रुपये है, और यह एक साल तक चलने वाला है। इस प्रोजेक्ट की सफलता के बाद इसे पंजाब के अन्य इलाकों में भी लागू किया जाएगा।
मंत्री ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य को कूड़ा मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, और इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए पंजाब का पहला पायलट प्रोजेक्ट खन्ना से शुरू किया गया है। इस योजना के तहत, खन्ना शहर के प्रत्येक वार्ड से गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग एकत्रित किया जाएगा।
सौंद ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के तहत खन्ना शहर के किसी भी स्थान पर कूड़ा नहीं डाला जाएगा, और इस प्रकार खन्ना शहर के सभी वार्डों से कूड़ा खत्म हो जाएगा, जिससे शहर साफ-सुथरा और सुंदर दिखाई देगा। इसके अलावा, खन्ना शहर के सभी आवासीय, वाणिज्यिक और सड़क उपयोगकर्ताओं को एक यूजर नंबर जारी करके एक ऐप से जोड़ा जाएगा, जिससे कूड़ा कलेक्शन के बारे में जानकारी और बिल आसानी से उपलब्ध होगा।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के तहत एक शिकायत सेल भी स्थापित किया गया है, जिसका टोल फ्री नंबर 1800-121-5721 है। इस नंबर पर कूड़े से संबंधित किसी भी शिकायत पर 60 मिनट के भीतर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, खन्ना शहर में कूड़ा उठाने वाले सभी वाहनों की जी.पी.एस. ट्रैकिंग की जाएगी और इन वाहनों की लाइव जानकारी कंट्रोल रूम की स्क्रीन पर दिखाई देगी।
सौंद ने कहा कि उनका सपना खन्ना शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाना है, और इस प्रयास में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और मंत्रिमंडल के अन्य सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट की सफलता के बाद इसे न केवल पूरे पंजाब में लागू किया जाएगा, बल्कि अन्य राज्यों के लिए भी एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के तहत, गीले कचरे से खाद बनाई जाएगी और प्लास्टिक कचरे से बिजली उत्पन्न की जाएगी।
सौंद ने खन्ना के निवासियों से इस प्रोजेक्ट को सफल बनाने की अपील की, ताकि इसे अन्य क्षेत्रों में भी लागू किया जा सके और पंजाब को कूड़ा मुक्त बनाकर ‘रंगला पंजाब’ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा सके।