Wednesday, February 5, 2025
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झूठी घोषणाओं और कागजी कार्यवाही से हरियाणा को नशे से मुक्ति नहीं मिल सकती: कुमारी सैलजा

चंडीगढ़, 03 जनवरी:

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि आज हरियाणा में नशा युवाओं के लिए एक नासूर बन चुका है। प्रदेश को नशा मुक्त बनाने के लिए झूठी घोषणाएं करने और कागजी कार्यवाही से नशे से मुक्ति नहीं मिल सकती। नशा तस्करी जारी है और नशे से होने वाली मौतों का सिलसिला भी नहीं रुक रहा है। सिरसा के रोड़ी क्षेत्र में पिछले दो महीनों में चार युवाओं की नशे के कारण मौत हो चुकी है, फिर भी सरकार ने इस गंभीर मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। जिन गांवों को नशा मुक्त घोषित किया गया है, वहां भी नशे का धंधा लगातार चल रहा है।

सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि सबसे पहले सरकार को नशे के धंधे को संरक्षण देने वाले लोगों और पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। इसके साथ ही जन सहयोग भी अत्यंत आवश्यक है।

मीडिया को जारी बयान में सांसद ने कहा, “पहले प्रदेश में अफीम, गांजा, चरस, चूरापोस्त जैसी चीजों का ही नशा होता था। अगर पुलिस सख्ती दिखाती तो इस पर पहले ही अंकुश लग जाता। अब युवा हेरोइन, चिट्टा, कोकीन, स्मैक, ब्राउन शुगर जैसी घातक चीजों का सेवन करने लगे हैं। इसके अलावा, मेडिकल नशा भी बड़े पैमाने पर चल रहा है, जो आसानी से उपलब्ध है, लेकिन इसकी कीमत कई गुना बढ़ा दी जाती है। सरकार के पास एक मजबूत खुफिया तंत्र है, जो नशा तस्करों और उनके नेटवर्क के बारे में पूरी जानकारी रखता है। यदि वे सच्चे इरादे से काम करें, तो नशा तस्करों पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है, लेकिन राजनीतिक संरक्षण प्राप्त तस्करों के खिलाफ पुलिस भी कदम उठाने से कतराती है।”

उन्होंने कहा कि प्रदेश के कुछ जिले, विशेष रूप से सिरसा, फतेहाबाद और हिसार, ऐसे हैं जहां खुलेआम नशा बेचा जा रहा है। हिसार में भी नशे से मौतों का सिलसिला जारी है। आंकड़ों के मुताबिक, 16 प्रतिशत नशेड़ी हेरोइन, स्मैक और कोकीन का सेवन कर रहे हैं, 10 प्रतिशत गांजा, चरस और भाग का सेवन कर रहे हैं, और 15 प्रतिशत लोग अफीम और चूरा पोस्त का नशा करते हैं। इसके साथ ही दो प्रतिशत महिलाएं भी किसी न किसी प्रकार का नशा कर रही हैं। नशे के कारण प्रदेश में एचआईवी और हेपेटाइटिस सी के रोगियों की संख्या में इजाफा हो रहा है। नशे की बढ़ती लत के कारण अपराधों में भी वृद्धि हो रही है, और नशेड़ी चोरी, लूट और डकैती जैसी घटनाओं में शामिल हो रहे हैं। नशे के कारण परिवारों में हिंसा और कत्ल के मामले भी बढ़ रहे हैं। नशा अब समाज के लिए एक अभिशाप बन चुका है।

सांसद ने कहा, “बीते दिन सिरसा के रोडी क्षेत्र में एक युवक की नशे की ओवरडोज से मौत हो गई। उसका शव झाड़ियों में पड़ा मिला था, और उसके पास से चिट्टे का इंजेक्शन बरामद किया गया था। यह चौथा मामला है, जो पिछले दो महीनों में नशे के कारण हुआ है। नवंबर और दिसंबर में तीन युवकों की नशे से मौत हुई थी, और अब नववर्ष के पहले दिन युवक जस्सा सिंह की चिट्टे के नशे की ओवरडोज से मौत हो गई। पुलिस इन मौतों को झुठला नहीं सकती। पुलिस को जनसहयोग से नशे को जड़ से समाप्त करने के प्रयास करने चाहिए और जो भी नशा तस्करी में लिप्त है, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। मुख्यमंत्री को इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।”

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