चंडीगढ़, 26 दिसंबर।
पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने राज्य अपराध शाखा द्वारा अपराध नियंत्रण के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में श्री कपूर ने राज्य अपराध शाखा में लंबित 11 बड़े मामलों की अब तक की गई कार्रवाई की रिपोर्ट तलब की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रदेश में 5 या 10 करोड़ रुपये से ऊपर के फ्रॉड मामलों को टेकओवर कर उनकी जांच करें।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए श्री कपूर ने कहा कि राज्य अपराध शाखा हरियाणा पुलिस की एक महत्वपूर्ण इकाई है, और किसी भी मामले की जांच गहनता से की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य अपराध शाखा की टीम को मामलों के सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए बारीकी से अध्ययन करना चाहिए ताकि दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि 1 जुलाई से लागू नए आपराधिक कानूनों के अनुसार कार्य किया जाए।
श्री कपूर ने साइबर अपराध नियंत्रण पर भी अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि डिजिटल अपराधों में अपराधियों को पकड़ने के लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाई जाए। बैठक में एसपी साइबर अमित दहिया ने बताया कि 2023 में साइबर हेल्पलाइन नंबर पर रोजाना लगभग 1500 शिकायतें प्राप्त होती थीं, जो अब बढ़कर 2500 से 2800 के बीच हो गई हैं। इसे देखते हुए पुलिस महानिदेशक ने साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर तैनात कर्मियों की संख्या बढ़ाने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि हेल्पलाइन पर आने वाला प्रत्येक कॉल महत्वपूर्ण है और सभी कॉल समय पर अटेंड होनी चाहिए ताकि शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई की जा सके।
बैठक में राज्य अपराध शाखा की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ममता सिंह ने बताया कि साइबर अपराध नियंत्रण के लिए सक्रियता से कार्य किया जा रहा है। हरियाणा में साइबर अपराध से संबंधित हॉटस्पॉट क्षेत्रों की पहचान की जा रही है जहां से अपेक्षाकृत अधिक मामले रिपोर्ट होते हैं। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधी पुलिस के रडार पर हैं और उनके नियंत्रण के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है।
इस बैठक में राज्य अपराध शाखा के कई अधिकारीगण उपस्थित थे।