नारनौल, 24 दिसंबर:
हरियाणा के नारनौल में गुरुनानकपुरा मोहल्ले में सूदखोरों से परेशान एक परिवार के चार सदस्यों ने जहरीला पदार्थ निगल लिया था। अब परिवार के आखिरी सदस्य गगनदीप ने भी रोहतक पीजीआई में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया है। इससे पहले, परिवार की महिला सदस्य और उनके एक बेटे की रविवार रात को ही मौत हो गई थी, जबकि गगनदीप के पिता की रोहतक पीजीआई ले जाते समय रास्ते में ही मौत हो गई थी। इस त्रासदी में अब परिवार का कोई भी सदस्य जीवित नहीं बचा है।
गगनदीप की मौत के साथ ही इस घटना के राज भी दफन हो गए हैं। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घटना का विवरण: रविवार शाम को आशीष, उनकी पत्नी रूपेंद्र कौर, बेटे गगनदीप और शानदीप अपनी थार गाड़ी में सवार होकर नीरपुर फ्लाईओवर के पास तुर्कियावास मोड़ पहुंचे। यहां चारों ने जहरीला पदार्थ निगल लिया। राहगीरों ने जब उनकी हालत देखी तो पुलिस को सूचना दी।
इसके बाद उन्हें अटेली अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने रूपेंद्र कौर और शानदीप को मृत घोषित कर दिया। आशीष और गगनदीप को नारनौल के नागरिक अस्पताल भेजा गया, जहां से उन्हें रोहतक पीजीआई रेफर किया गया। रास्ते में आशीष ने भी दम तोड़ दिया। मंगलवार दोपहर करीब 1:55 बजे गगनदीप ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
सुसाइड नोट: सुसाइड नोट में लिखा है, “मैं रूपेंद्र कौर, आशीष ग्रोवर, गगनदीप और शानदीप जिंदगी से तंग आकर आत्महत्या कर रहे हैं। मैंने जरूरत के लिए पैसा उधार लिए थे, हमारे पैसे जनवरी में आने हैं, लेकिन ये लोग हमें तब तक का टाइम नहीं दे रहे हैं। हमारी मौत के लिए सोमवीर और अक्षय जिम्मेदार हैं।” सुसाइड नोट में यह भी कहा गया है कि 60 हजार रुपये के बदले 15 लाख रुपये मांगे जा रहे थे और जान से मारने की धमकी दी जा रही थी।
आरोपियों की पहचान: सुसाइड नोट में जिन लोगों को दोषी ठहराया गया है, उनमें एक युवक रेवाड़ी के निजी अस्पताल में कार्यरत है, जबकि दूसरे युवक का पिता पुलिस में है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
(यह रिपोर्ट पुलिस की प्रारंभिक जांच और सुसाइड नोट के आधार पर तैयार की गई है। मामले की विस्तृत जांच जारी है।)