*”महिला अदालत” में देश की बेटी निर्भया को केजरीवाल ने दी श्रद्धांजलि, दिल्ली की महिलाओं ने बढ़ते अपराध पर भाजपा से मांगा जवाब, आखिर कब जिम्मेदारी लेंगे गृह मंत्री अमित शाह?*
*- मेरे लिए दिल्ली की महिलाएं मेरा परिवार हैं, दिल्ली की हर मां, बहन, बेटी की सुरक्षा और सम्मान हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है- केजरीवाल*
*- महिलाओं की शिकायत पर दिल्ली पुलिस कार्रवाई इसलिए नहीं करती, क्योंकि इनके ऊपर अमित शाह बैठे हैं और उनको महिलाओं की कोई परवाह नहीं है – केजरीवाल*
*- अमित शाह के लिए दिल्ली की कानून व्यवस्था मुद्दा नहीं है, बल्कि देशभर में चुनाव लड़ना, विधायकों को खरीदना, सरकारें तोड़ कर गिराना और बनाना मुद्दा है- केजरीवाल*
*दिल्ली के लोगों से अपील, इस बार चुनाव में भाजपा वाले वोट मांगने आए तो उनसे कह देना कि अब हमारे लिए भाजपा कोई मुद्दा नहीं है – केजरीवाल*
*- दिल्ली की माताओं-बहनों की ओर से मैं सपा प्रमुख अखिलेश यादव का धन्यवाद करता हूं, जो उन्होंने ‘महिला अदालत’ में शामिल होकर महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण की इस नई पहल को अपना समर्थन दिया- केजरीवाल*
*नई दिली, 16 दिसंबर 2024*
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, दिल्ली की सीएम आतिशी और सांसद संजय सिंह ने सोमवार को महिला अदालत कार्यक्रम के दौरान देश की बहादुर बेटी निर्भया को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में दिल्ली की महिलाओं ने बढ़ते अपराध पर भाजपा से जवाब मांगा और कहा कि आखिर केंद्रीय गृहमंत्री कब जिम्मेदारी लेंगे? इस दौरान कई महिलाएं आपबीती सुनते हुए फफक-फफक कर रोने लगीं। वहीं, अरविंद केजरीवाल ने इस कार्यक्रम में शामिल होकर महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण की इस नई पहल को अपना समर्थन देने के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव का धन्यवाद करते हुए कहा कि मेरे लिए दिल्ली की महिलाएं मेरा परिवार हैं। दिल्ली की हर मां, बहन, बेटी की सुरक्षा और सम्मान हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। महिला उत्पीड़न की शिकायत पर पुलिस कार्रवाई इसलिए नहीं करती है, क्योंकि इनके ऊपर अमित शाह बैठे हैं और उनको महिलाओं की कोई परवाह नहीं है। इनके लिए दिल्ली की कानून व्यवस्था मुद्दा नहीं है। दिल्ली के लोगों से अपील है कि इस बार चुनाव में भाजपा वाले वोट मांगने आएं तो उनसे कह देना कि अब हमारे लिए भाजपा कोई मुद्दा नहीं है।
*निर्भया की घटना के बाद महिलाओं को न्याय मिलने की उम्मीद जगी थी लेकिन 12 साल बाद भी उनके खिलाफ अत्याचार में कमी नहीं आई – केजरीवाल*
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने महिला अदालत कार्यक्रम में कहा कि आज निर्भया कांड को हुए 12 साल हो गए हैं। आज से बारह साल पहले हमारी एक छोटी बहन निर्भया के साथ बहुत वहशियाना तरीके के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और फिर उसने दम तोड़ दिया। पूरा देश सड़कों के ऊपर आ गया था। एक बार तो ऐसा लगा था कि अब मूल-चूल परिवर्तन हो जाएगा। व्यवस्था परिवर्तन होगा। ऐसा लगा कि आज के बाद कभी किसी महिला के साथ सड़कों पर छेड़खानी नहीं होगी। उस वक्त ऐसा लगा था कि अब महिलाओं को इस देश के अंदर न्याय और सम्मान मिलना शुरू होगा। लेकिन आज उस हादसे के बारह साल के बाद हम देख रहे हैं कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की घटनाएं कम होना तो दूर लगातार दिन दोगुनी रात चौगुनी बढ़ती जा रही हैं।
*महिलाओं के साथ हुई घटनाओं को सुनकर दिल दहल उठा – केजरीवाल*
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जिस तरह से महिलाओं ने अपने साथ हुईं घटनाओं को रखा, एक-एक महिला का केस सुनकर दिल दहल उठ जाता है। मेरे ख्याल से एक भी ऐसी महिला नहीं होगी जिसे कहीं ना कहीं किसी ना किसी तरह से अपमान को सामना ना करना पड़ा हो। चाहे वो बस हो, मेट्रो हो, सड़क पर गुजरते वक्त हो। हर जगह हर महिला ने कहीं ना कहीं अपमान का सामना किया है। मैं महिलाओं से पूछना हूं कि क्या यह कहना गलत है कि आज महिलाओं को घर से निकलने में डर लगता है। क्या यह कहना गलता है कि जब बेटी कॉलेज जाती है तो शाम को सात बजे के बाद मां-बाप का दिल यह सोचकर धक-धक करने लगता है कि पता नहीं बेटी वापस आएगी कि नहीं। ऐसा क्यों होता है कि इतनी सारी महिलाओं ने बताया कि पुलिस कुछ नहीं करती है। पुलिस कुछ क्यों नहीं करती है? ऐसा क्यों होता है कि जब महिलाएं न्याय और सुरक्षा के लिए पुलिस के पास जाती है तो पुलिस कुछ क्यों नहीं करती है? अपराधी पकड़े क्यों नहीं जाते? पता है कि किस लड़के ने अपराध किया है, वह लड़का समाज के अंदर खुलेेआम घूम रहा है लेकिन कोई कुछ कर ही नहीं रहा है। क्यों नहीं कर रहा? क्योंकि इनके ऊपर बैठे हुए लोगों को महिलाओं की परवाह ही नहीं है। इनके ऊपर कौन बैठे हैं? इनके ऊपर केंद्र सरकार बैठी है, अमित शाह बैठे हैं। उनको महिलाओं की कोई परवाह नहीं है।
*दिल्लीवालों ने मुझे स्कूल, बिजली, पानी, अस्पताल ठीक करने की जिम्मेदारी दी, मैने ठीक किया, लेकिन अमित शाह को सुरक्षा को जिम्मेदारी दी थी, वो सुरक्षा भी नहीं दे पाए- केजरीवाल*
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज से दस साल पहले दिल्ली के लोगों ने मुझे जिम्मेदारी दी थी। दिल्ली वालों ने कहा कि हमारे स्कूल ठीक करो। मैंने स्कूल ठीक कर दिए। अस्पताल ठीक करो, मैंने दिल्ली के सारे अस्पतालों को एयर कंडीशन बना दिया। अस्पतालों में फ्री और अच्छा इलाज मिलता है। गली-गली में मोहल्ला क्लीनिक बना दिए, सारी दवाइयां, टेस्ट और इलाज मुफ्त कर दिया। चाहे अमीर हो या गरीब हो, सबका इलाज मुफ्त कर दिया। दिल्ली वालों ने मुझे जिम्मेदारी दी थी कि हमारी बिजली ठीक करो। अब दिल्ली में बिजली नहीं जाती है। 24 घंटे बिजली आती है। दिल्ली वालों ने मुझे बिजली सस्ती करने की जिम्मेदारी दी थी, मैंने बिजली मुफ्त कर दी। लेकिन आज से दस साल पहले दिल्ली वालों ने भाजपा को जिम्मेदारी दी थी कि हमें सुरक्षा दो। आज दिल्ली में दो सरकारों चलती हैं। मुझे स्कूल, बिजली, पानी, अस्पताल ठीक करने की जिम्मेदारी दी थी। मैंने अपना काम कर दिया। दिल्ली के लोगों ने इन लोगों को एक ही जिम्मेदारी दी थी। अमित शाह, भाजपा की केंद्र सरकार को जिम्मेदारी दी थी और केंद्र सरकार में गृह मंत्रालय का काम है। गृह मंत्री अमित शाह हैं, दिल्ली के लोगों को सुरक्षा देने और कानून -व्यवस्था का काम अमित शाह का है। एक ही काम दिया था, वो काम भी इन लोगों ने नहीं किया।
*भाजपा के लोग कहते हैं कि कानून व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा कोई मुद्दा ही नहीं है- केजरीवाल*
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम यह मुद्दा पिछले दिनों से उठा रहे थे तो भाजपा वालों से मीडिया ने पूछा तो भाजपा वाले कह रहे हैं कि दिल्ली में कानून-व्यवस्था कोई मुद्दा ही नहीं है। भाजपा वालों से मीडिया वालों ने पूछा कि केजरीवाल दिल्ली के अंदर घूम रहे हैं, जगह-जगह हत्या हो रही है, लोगों से फिरौती मांगी जा रही है, खुलेआम शूटआउट हो रहे हैं, गैंगवॉर हो रहे हैं, दिल्ली की महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, इस पर आपको क्या कहना है? भाजपा वाले कहते हैं कि दिल्ली में कानून-व्यवस्था कोई मुद्दा ही नहीं है। वो लोग कहते हैं कि महिलाओं की सुरक्षा कोई मुद्दा ही नहीं है। दिल्ली में केंद्र सरकार का आंकड़ा कहता है कि दिल्ली में रोज तीन से चार बलात्कार होते हैं। मैं अमित शाह से कहना चाहता हूं कि आपके लिए कानून-व्यवस्था मुद्दा नहीं होगा। लेकिन जिस घर की बेटी बलात्कार का शिकार होती है, उसके लिए कानून-व्यवस्था से बड़ा कोई मुद्दा नहीं है। जिस बेटी का बलात्कार होता है, उससे पूछो कि कानून कितना बड़ा मुद्दा है।
*दिल्ली में रोज 17 बच्चों के अपहरण और हजारों महिलाओं के साथ छेड़खानी होती है – केजरीवाल*
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में रोज 17 छोटे-छोटे बच्चों का अपहरण किया जाता है। उसमें बच्चियां भी होती हैं, जिन्हें बेच दिया जाता है। अमित शाह के लिए कानून मुद्दा नहीं होगा लेकिन जिनके बच्चों का अपहरण हो जाता है उनके लिए सबसे बड़ा यही है। दिल्ली में रोज कम से कम 10 महिलाओं का अपहरण होता है, दिल्ली के अंदर हजारों महिलाओं के साथ बस, मेट्रो, सड़क पर छेड़खानी होती है, उनके लिए कानून और सुरक्षा से बड़ा तो कोई मुद्दा ही नहीं है। उनके लिए सबसे बड़ा मुद्दा यही है। भाजपा और अमित शाह के लिए महिलाएं कोई मुद्दा ही नहीं हैं। महिलाएं गिनती में ही नहीं हैं। अमित शाह के लिए एक ही मुद्दा है। पूरे देश में चुनाव करते घूमते रहते हैं। एमएलए खरीदते घूमते रहते हैं। सरकारें तोड़ते घूमते रहते हैं। केजरीवाल को जेल में डालो, हेमंत सोरेन को जेल में डालो। इनके पीछे ईडी, सीबीआई को छोड़ दो। यह सरकार गिरा दो। झारखंड की सरकार गिरा दो। मध्य प्रदेश की सरकार गिरा दो, बस यही करते रहते हैं। महिलाओं की सुरक्षा उनके लिए मुद्दा नहीं है। उनके लिए केवल सरकारें गिराना और बनाना मुद्दा है। इस बार भाजपा वाले वोट मांगने आए तो उनसे कह देना कि अब भाजपा हमारे लिए कोई मुद्दा नहीं है।
*मेरे हाथ में दिल्ली की सुरक्षा-व्यवस्था नहीं है, फिर भी मुझसे जितना बन पड़ा, मैंने किया- केजरीवाल*
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि मेरे हाथ में दिल्ली की सुरक्षा-व्यवस्था नहीं है। लेकिन मुझसे जितना बन पड़ा मैंने किया। क्योंकि मेरे लिए दिल्ली की सवा करोड़ से ज्यादा मां-बहनें कोई वोटबैंक नहीं हैं। मेरे लिए दिल्ली की महिलाएं मेरा परिवार हैं। उन्हें मैंने मां कहा है, बहन कहा है। मैं दिल्ली की महिलाओं को अपनी मां, बहन और बेटी मानता हूं। मुझसे जो हो सकता था मैंने वह किया। मेरी सरकार बनने से पहले दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे नहीं थे। आज नौ साल में मैंने दिल्ली में तीन लाख से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगा दिए। पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा सीसीटीवी कैमरे दिल्ली में लगे हैं। न्यूयॉर्क, लंदन, टोक्यो, फ्रांस, सबसे ज्यादा सीसीटीवी कैमरे दिल्ली में लगे हैं। उससे थोड़ा सा डर पैदा होता है। लेकिन एक बच्ची ने बताया कि पुलिस वाले सीसीटीवी इस्तेमाल ही नहीं कर रहे हैं। इसमें हम क्या करें? इसमें अमित शाह को पुलिस वालों से कहना पड़ेगा कि कुछ करो। मैंने पूरी दिल्ली में चार लाख से ज्यादा स्ट्रीट लाइट लगवा दी। मेरी सरकार बनने से पहले 66 हजार स्ट्रीट लाइट थीं। बसों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए बस मार्शलों की तैनाती कर दी। इनको महिलाओं की जरूरत नहीं है। इनको बस महिलाओं के वोट की जरूरत है। मैं अमित शाह और भाजपा से कहना चाहता हूं कि अगर इनसे दिल्ली की कानून-व्यवस्था नहीं संभल रही है। ये एक बार ऐलान कर दें कि इनसे नहीं संभल रही। हमारी दिल्ली की महिलाएं इतनी ताकतवर हैं कि खुद ही संभाल लेंगी। अमित शाह एक बार कह दीजिए कि आपसे दिल्ली की कानून-व्यवस्था नहीं संभल रही है। आपके पास दिल्ली के लिए टाइम नहीं है। मेरी दिल्ली की सवा करोड़ बहनें इन सबको ठीक कर देंगी। मजाल फिर इनकी कि ये दिल्ली की तरफ ध्यान ना दें।
*भाजपा की केंद्र सरकार सबकुछ महंगी करती जा रही है और दिल्ली की “आप” सरकार सबकुछ फ्री करती जा रही है, अब महिलाओं को 2100 रुपए महीना भी देंगे- केजरीवाल*
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज दिल्ली में दो सरकार हैं। एक आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार है और एक भाजपा की केंद्र सरकार है। आज भाजपा की सरकार ने महंगाई करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। दूध, सब्जी, चावल, दाल महंगी कर दी। खाने-पीने की सारी चीजें महंगी कर दी। घर का खर्चा चलाना मुश्किल हो रहा है। एक सरकार है जो महंगाई कर रही है और दूसरी सरकार है जो सब कुछ फ्री करती जा रही है। बिजली, पानी, शिक्षा, दवाईयां, इलाज, टेस्ट, महिलाओं का किराया और बुजुर्गों की तीर्थयात्रा फ्री कर दी और अब महिलाओं के अकाउंट में 2100-2100 रुपए आएंगे। भाजपा वाले मुझे गाली दे रहे हैं। भाजपा वाले कह रहे हैं कि केजरीवाल महिलाओं पर इतने पैसे उड़ा रहा है, ये बिगड़ जाएंगी। लेकिन मुझे इनकी गालियों का कोेई फर्क नहीं पड़ता है। ये जितनी मर्जी गालियां देते रहें।
*भाजपा वाले वोट मांगने जाते हैं तो लोग उन्हें भगा देते हैं – केजरीवाल*
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस बार इनके पास चुनाव लड़ने के लिए कोई मुद्दा ही नहीं है। मुझे एक बस्ती वाले बता रहे थे। भाजपा वाले एक बस्ती में वोट मांगने गए। लोगों ने उनसे पूछा कि पांच साल में क्या किया? बोले कि केजरीवाल को खूब गालियां दीं। लोगों ने उनसे पूछा कि अगले पांच साल में क्या करोगे? बोले कि केजरीवाल को खूब गालियां देंगे। लोगों ने उन्हें दौड़़ा-दौड़ा कर मारा। लोगों ने उन्हें अपनी बस्ती से भगा दिया। फिर थोड़ी देर बाद उनकी बस्ती में एक आम आदमी पार्टी वाला वोट मांगने गया। उसको वोट मांगने की जरूरत ही नहीं पड़ी। एक आदमी ने कहा कि आपने बहुत अच्छे स्कूल बना दिया। मेरा बच्चा उस स्कूल में पढ़ रहा है। एक दूसरे आदमी ने कहा कि मोहल्ला क्लीनिक बहुत अच्छे बना दिए, मुझे दवाइयां मिल रही हैं। एक अन्य आदमी ने कहा कि अस्पताल बहुत अच्छे हैं, मेरी मां का कैंसर का इलाज फ्री में हो गया। एक महिला ने कहा कि मैं बस में जाती है, बस का किराया मुफ्त हो गया। एक बुजुर्ग ने कहा कि मैं रामेश्वरम तीर्थयात्रा करके आया हूं। सारे लोगों ने उसे बैठाकर मिठाई खिलाई और एडवांस्ड में बधाई दी कि सरकार आम आदमी पार्टी की ही आएगी। इस बार भाजपा के पास कोई प्लान नहीं है। उनके पास कोई टीम नहीं है। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि चुनाव लड़ रहे हो, तुम्हारा दूल्हा कौन है? तुम्हारे पास सीएम का चेहरा कौन है? उनके पास कोई नहीं है। वो लोग बस मुझे गाली देकर चुनाव लड़ना चाहते हैं। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि मुझे जितनी गालियां देनी है दे दो, लेकिन मेरी माताओं-बहनों को सुरक्षा दे दो।
*एक सर्वे के मुताबिक, दिल्ली की 60 फीसद महिलाएं “आप” को वोट दे रही हैं, मेरी तपस्या में कोई कमी रह गई होगी जो 40 फीसद वोट नहीं दे रही हैं- केजरीवाल*
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी एक सर्वे आया है। उस सर्वे में आया है कि दिल्ली की 60 फीसदी महिलाएं आम आदमी पार्टी को वोट दे रही हैं। मेरी सेवा और तपस्या में कोई कमी रह गई होगी जो 40 फीसदी महिलाएं वोट नहीं दे रही हैं। 100 की 100 फीसदी महिलाओं को आम आदमी पार्टी को वोट देना है। अपने घरों के पुरुषों को भी कहना कि आम आदमी पार्टी को वोट देना। पुरुष केवल अपनी औरत से डरता है। तो अपने घर के सारे पुरुषों से भी आम आदमी पार्टी को वोट दिलाना है। मैं अपने आप को बहुत सौभाग्यशाली समझता हूं कि मुझे जितना प्यार, मोहब्बत और विश्वास सब माताओं-बहनों से मिला है, मैंने पुराने जन्म में कुछ पुण्य किए होंगे।
*हिंसा की शिकार महिलाओं ने सुनाई आपबीती*
*”मैं दिल्ली में हर तरफ अपने आपको असुरक्षित महसूस करती हूं”*
पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर से आई एक महिला ने बताया कि जैसे ही मुझे पता चला कि यहां महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान पर बात हो रही है, मैं सब कुछ छोड़ कर यहां आई हूं। मैं दिल्ली के किसी भी कोने में जाऊं, मैं अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करती, उसका कारण यह है कि अभी कुछ 20 से 22 दिन पहले मेरे साथ एक हादसा हुआ है। एक दिन जब मैं मार्केट से सब्जी लेकर लौट रही थी, तो अचानक कुछ लोग मेरे पीछे लग गए। उनमें से एक लड़के ने अचानक आकर पीछे से मुझे पकड़ लिया। मैं चीखने-चिल्लाने लगी। काफी देर बाद मुझे लोगों ने बताया कि उसने अपनी जीभ के नीचे ब्लेड रखी हुई थी। मुझे नहीं पता वो मेरे साथ क्या करना चाहता था, लेकिन आज मैं जिंदा हूं तो केवल इस वजह से कि उस समय मेरे आस-पास कुछ लोग मौजूद थे, जिन्होंने मेरी चीख सुनकर मेरी मदद की। मैं पुलिस के पास गई, लेकिन पुलिस ने मेरी कोई मदद नहीं की। मेरी शिकायत भी नहीं लिखी।
*”मेरी बहन को ससुरालियों ने मार दिया और उन्हें ही पुलिस बैठाकर चाय पिला रही है”*
एक युवक ने अपनी बहन की उसके ससुराल में हुई हत्या को लेकर कहा कि मैंने इसी साल 18 फरवरी को अपनी बहन की शादी बदरपुर के पास प्रहलादपुर में करवाई थी और आज वो जिंदा नहीं है। उसे मार दिया गया। उसके ससुराल में पांच लोगों ने मिलकर उसे मार दिया। उसके पिता ने बताया कि हमने 18 फरवरी को उसकी शादी की और 29 नवंबर को मेरे पास फोन आया कि आपकी लड़की सीढ़ी से उतरते समय गिर गई। फिर कुछ समय बाद फोन आया कि आपकी बेटी ने फांसी लगा ली है। हम पुलिस के पास गए, लेकिन वो लोग कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। उन्होंने अपनी बेटी की तस्वीर अरविंद केजरीवाल और सीएम आतिशी को दिखाई। पुलिस वाले हमें उल्टा धमकी दे रहे हैं और उन आरोपियों को बैठाकर चाय पिला रहे हैं। पुलिस ने उन पांच में से केवल दो लोगों को गिरफ्तार किया।
*सीएम आतिशी से लिपट कर रो पड़ी घरेलू हिंसा की शिकार महिला*
घरेलू हिंसा की शिकार एक महिला अपनी आपबीती सुनाते हुए सिसक-सिसककर रोने लगी, जिस पर सीएम आतिशी ने गले लगाकर उसे ढांढस बंधाया। महिला ने रोते हुए बताया कि मेरी शादी को अभी दो साल भी नहीं हुए हैं और मेरे पति ने मेरे साथ इतना बुरा सुलूक किया। इतना बोलते ही उसका गला भर आया। महिला की स्थिति देखकर अरविंद केजरीवाल खुद उठकर उसके पास आए और उसकी पूरी बात सुनी। महिला ने बताया कि मेरे पति मेरे साथ अत्याचार करते हैं। उन्हें कानून का कोई डर नहीं है। वह कहते हैं कि पुलिस को केवल पैसों से मतलब है, तेरी बात कोई नहीं सुनेगा और यही हो रहा है। आज वह खुलेआम घूम रहे हैं, जिस पर अरविंद केजरीवाल ने उसे आश्वासन दिया।
*”बीच सड़क पर मेरा यौन उत्पीड़न हुआ लेकिन पुलिस कुछ नहीं कर रही”*
जनकपुरी निवासी एक महिला ने बताया कि तीन लड़कों ने एक दिन मुझे और मेरी बेटी को दिन-दहाड़े बड़ी बेरहमी से मारा और तब तक मारते रहे जब तक हम अधमरी हालत में नहीं हो गईं। उन्होंने मेरी बेटी को निर्वस्त्र कर दिया और उसके शरीर को छुआ। इतना बोलते ही वह फफक-फफककर रो पड़ीं। वो लोग मुझे सड़क पर मरने के लिए छोड़ गए। पुलिस भी एक घंटे बाद आई। उन्होंने कोई एफआईआर नहीं लिखी। जब मैं पुलिस में गई, तो पुलिसवालों ने भी मेरी कोई मदद नहीं की। बार-बार मुझे घर जाने के लिए बोलते हैं। हम दिल्ली जैसे बड़े शहर में सुरक्षित नहीं हैं। पुलिस भी मेरी सुनवाई नहीं कर रही। इस दौरान महिला की बेटी ने बताया कि जनकपुरी में हमारे साथ हुई यह घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुई है, लेकिन एसएचओ वो फुटेज नहीं निकलवा रहे हैं। पुलिस हमें ही उल्टा जिम्मेदार ठहरा रही है। सड़क पर मेरा यौन उत्पीड़न हुआ। हमें बहुत डर लगता है। हमें मदद चाहिए।
*अमित शाह जी महिलाओं की सुरक्षा के लिए कुछ क्यों नहीं कर रहे*
वहीं एक महिला ने कहा कि मैं जिस इलाके से आती हूं, वहां ईव टीजिंग बहुत आम बात है। हम महिलाएं, बच्चियां जो बाहर पढ़ने या नौकरी करने के लिए निकलती हैं, वे अपने आप को बहुत असुरक्षित महसूस करती हैं। इसकी वजह से ही मुझे अपनी पढ़ाई बीच में बंद करनी पड़ी। क्या मुझे पढ़ने और आगे बढ़ने का अधिकार नहीं है? अभी कुछ दिन पहले मेरा लैपटॉप बस में छूट गया। जब मैं पुलिस के पास रिपोर्ट दर्ज कराने गई तो उन्होंने कहा कि हमारा इंटरनेट नहीं चल रहा है, आप खुद ऑनलाइन अपनी शिकायत दर्ज कर लो। एक दिन जब मैं ऑफिस जा रही थी, तो एक अधेड़ उम्र के आदमी ने ऑफिस तक मेरा पीछा किया। मेरे साथ ऐसा क्यों हुआ? मैं गृह मंत्री अमित शाह जी से पूछती हूं कि वे हम महिलाओं कीहेडलाइन:
अरविंद केजरीवाल का गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना, दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा पर अमित शाह को घेरा!! सुरक्षा के लिए कुछ क्यों नहीं कर रहे हैं? हम सुरक्षित क्यों नहीं हैं?