चंडीगढ़, 7 दिसंबर: कृषि क्षेत्र में हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए पंजाब ऊर्जा विकास एजेंसी (पेडा) राज्यभर में कृषि उद्देश्यों के लिए 2,356 कृषि सोलर पंप पंप लगाएगी।
पंजाब के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा संसाधन मंत्री श्री अमन अरोड़ा ने कृषि सोलर पंप लगाने संबंधी वर्क ऑर्डर मैसर्स ए.वी.आई. एप्लायंसेज प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स पी.वी. पावर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड और मैसर्स हिमालयन सोलर प्राइवेट लिमिटेड को सौंपे।
श्री अरोड़ा ने बताया कि इन कंपनियों को पारदर्शी और निविदा प्रक्रिया के माध्यम से चुना गया है। इन पंपों का कार्य 4 महीनों में पूरा होने की उम्मीद है। इन सोलर पंपों की क्षमता 3, 5, 7.5 और 10 एचपी होगी। सामान्य श्रेणी के किसानों को 60% और अनुसूचित जाति के किसानों को 80% सब्सिडी दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि “डार्क ज़ोनो” (जहां भूमिगत पानी गहराई में चला गया है) में इन सोलर पंपों को उन किसानों के बोरवेल पर लगाया जाएगा, जो पहले से माइक्रो सिंचाई प्रणाली (ड्रिप या स्प्रिंकलर) का उपयोग कर रहे हैं।
इन सोलर पंपों के स्थापित होने से किसानों को रात के समय सिंचाई के लिए खेतों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि ये पंप दिन के समय संचालित होंगे। इससे न केवल डीजल की बचत होगी, बल्कि शून्य प्रतिशत कार्बन उत्सर्जन होगा, जिससे टिकाऊ कृषि प्रथाओं को बढ़ावा मिलेगा।
श्री अरोड़ा ने पेडा के अधिकारियों को किसानों की भलाई के लिए और अधिक कृषि सोलर पंप लगाने के प्रयास तेज करने के निर्देश भी दिए।
इस अवसर पर पेडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री संदीप हंस, निदेशक श्री एम.पी. सिंह और संबंधित कंपनियों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।