अमृतसर, 4 दिसंबर: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता, एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने सुखबीर सिंह बादल पर हुए हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने इस हमले को बेहद दर्दनाक और अनैतिक करार देते हुए कहा कि यह घटना श्री हरिमंदर साहिब जैसे पवित्र स्थान पर हुई, जो ना केवल सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ एक हिंसक हमला था, बल्कि यह श्री अकाल तख्त साहिब की धार्मिक आभा और आस्थाओं पर भी एक प्रहार था।
एडवोकेट धामी ने कहा, “सुखबीर सिंह बादल जब श्री अकाल तख्त साहिब से धार्मिक सेवा में संलग्न थे, उस दौरान उन पर हमला करना, यह न केवल एक अमानवीय कृत्य है, बल्कि पंथ विरोधी मानसिकता की भी अभिव्यक्ति है।” उन्होंने इस हमले को श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों का सीधा अपमान भी बताया। उनका कहना था कि यह परंपरा रही है कि अकाल तख्त साहिब किसी भी सांप्रदायिक अवज्ञा पर सख्त कार्रवाई करता है और इसे एक विनम्र सिख के रूप में स्वीकार करना हर सिख का कर्तव्य है।
धामी ने बताया कि सुखबीर सिंह बादल इस समय अपनी धार्मिक सेवा को समर्पण भाव से निभा रहे थे और इस प्रकार का हमला उस समर्पण की भावना के खिलाफ है। उन्होंने यह भी कहा कि यह हमला पंजाब सरकार और पुलिस प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है और यह पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति को भी चुनौती देता है।
आखिरकार, एडवोकेट धामी ने पुलिस प्रशासन से अपील की कि वह अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए और हर अकाली नेता की सुरक्षा सुनिश्चित करें, खासकर जब वे धार्मिक सेवा में संलग्न हों।