- चंडीगढ़, 3 दिसंबर: हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती श्रुति चौधरी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे फ़ील्ड में जाकर वहां की समस्याओं का सीधे सामना करें और खुद सुनें। उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि वे ड्यूटी चार्ट तैयार करें, जिसमें यह जानकारी दी जाए कि किस अधिकारी की किस दिन कहां ड्यूटी लगाई गई है। मंत्री ने स्पष्ट किया कि यदि कोई अधिकारी निर्धारित कार्य क्षेत्र में नहीं जाता, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, मंत्री ने यह भी कहा कि वह खुद भी योजनाओं के क्रियान्वयन की जाँच के लिए फ़ील्ड दौरे करेंगी।
यह निर्देश श्रीमती चौधरी ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक में दिए।
बैठक के दौरान, श्रीमती चौधरी ने पोषण योजना के तहत महिलाओं और बच्चों को दी जाने वाली खाद्य सामग्री की गुणवत्ता और वितरण की समीक्षा की। उन्होंने खासतौर पर फोर्टिफाइड आटा, चावल, पंजीरी और दूध वितरण की जानकारी प्राप्त की। मंत्री ने कहा कि जन्म से लेकर दो वर्ष तक की आयु में बच्चों के मस्तिष्क का विकास अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, और इसके लिए सभी संबंधित विभागों को अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह से निभानी चाहिए।
यह बैठक विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन को मजबूत बनाने और महिलाओं और बच्चों के लिए पोषण से संबंधित सरकारी प्रयासों की दिशा को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।