चंडीगढ़: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तीन नए आपराधिक कानूनों को राष्ट्र को समर्पित करते हुए कहा कि ये कानून भारतीय नागरिकों के लिए सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने बताया कि इससे पहले जो आपराधिक कानून थे, वे ब्रिटिश काल में बने थे और अंग्रेजों के शासन को बनाए रखने के लिए बनाए गए थे।
अमित शाह ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पेश किए गए ये तीन कानून भारतीय संसद में बने हैं और भारतीय लोगों के हितों की रक्षा करने के लिए बनाए गए हैं। यह भारतीय संप्रभुता और स्वतंत्रता का प्रतीक है।”
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने सभी सरकारी विभागों से आग्रह किया था कि हमारे प्रशासन में गुलामी के सभी चिन्हों को समाप्त किया जाए और एक नए भारत का निर्माण किया जाए।
गृह मंत्री ने यह भी बताया कि इन नए कानूनों के तहत आतंकवाद और संगठित अपराध की स्पष्ट परिभाषा दी गई है, जो पहले अस्पष्ट थी। इससे सुरक्षा एजेंसियों को आतंकवादियों और अपराधियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने में मदद मिलेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि इन कानूनों से भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली और अधिक मजबूत होगी, जिससे देश के नागरिकों को अधिक न्याय मिलेगा।