लेह में शहीद हुए शुभम धीमान का पैतृक गाव मे हुआ अंतिम संस्कार, हर आंख हुई नम
जवाली , कांगड़ा, न्यूज़ डेस्क
लेह में शहीद हुए शुभम धीमान का तिरंगा में लिपटा शव जैसे ही उनके पैतृक गांव में पहुंचा तो समूचा गांव ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, तब तक शुभम तेरा नाम रहेगा’, ‘भारत माता की जय’ के उद्घोषों से गूंज उठा। शुभम धीमान 14-डोगरा में बतौर लांस नायक लेह में कार्यरत था तथा शनिवार को आर्मी का वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिससे सैनिक शुभम धीमान शहादत का जाम पीकर शहीद हो गया।
शव के घर में पहुंचते ही हर तरफ चीखों-पुकार मच गई तथा हर कोई गमगीन हो गया। शहीद की माता संतोष कुमारी का बेटे के शव को देखकर रो-रो कर बुरा हाल हुआ। बेटे के शव के साथ लिपट कर मां फूट-फूट कर रोई तथा यही कहती रही कि बेटा अब तू लंबी ड्यूटी पर जा रहा है तथा अब छुट्टी लेकर मुझसे मिलने कब आएगा।
मां के इन शब्दों ने हर किसी को रूला दिया। शहीद का पैतृक श्मशानघाट में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद के साथ आई टुकड़ी ने हवाई फायर दागकर शहीद को अंतिम सलामी दी।
शहीद के बड़े भाई ने मुखाग्नि दी। सैंकड़ों की तादाद में लोगों ने पहुंचकर शहीद को नम आंखों से विदाई दी।