Monday, December 23, 2024
Homeपंजाबबिजली मंत्री की पंजाब को साफ सुथरा व हरित राज्य बनाने की...

बिजली मंत्री की पंजाब को साफ सुथरा व हरित राज्य बनाने की अनोखी पहल

पंजाब मंडी बोर्ड और पी.एस.पी.सी.एल की पहल पर्यावरण संरक्षण और कार्बन फुटप्रिंट में कमी पर केंद्रित : हरभजन सिंह ई.टी.ओ

चंडीगढ़/एस.ए.एस. नगर, 17 जुलाई

वातावरण को संतुलित रखने के लिए मनुष्य को अब विशेष प्रयास करने ही पड़ेंगे: स्पीकर संधवां

वातावरण को संतुलित रखने के लिए मनुष्य को अब विशेष प्रयास करने ही पड़ेंगे: स्पीकर संधवां

पंजाब के बिजली और लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ ने पंजाब मंडी बोर्ड और पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) की
पर्यावरण संरक्षण और कार्बन फुटप्रिंट में कमी के संबंध में पहल की सराहना करते हुए इन प्रयासों को मुख्य मंत्री भगवंत सिंह के पंजाब को साफ सुथरा व हरित राज्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

पंजाब मंडी बोर्ड द्वारा ‘शहीद भगत सिंह हरियावल लहर’ के दूसरे चरण के तहत मुफ्त पौधे बांटने संबंधी आयोजित समारोह की अध्यक्षता करते हुए कैबिनेट मंत्री स. हरभजन सिंह ई.टी.ओ ने इसे सराहनीय पहल बताया। इस मौके पर उन्होंने लोगों को अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित किया और खासकर किसानों को अपील की कि वह
अपने ट्यूबवेल के पास कम से कम 5 पौधे जरूर लगाएं।

बिजली मंत्री ने राज्य भर की सभी मंडियों में पौधे लगाने के मंडी बोर्ड के प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर उन्होंने पटियाला शहर में ‘सोलर ट्रीज’ लगाने के पीएसपीसीएल के अभिनव दृष्टिकोण का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इस पहल से सालाना 52,000 यूनिट बिजली पैदा होगी, जिससे 41 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन की बचत होगी, जो 1015 पूर्ण विकसित पेड़ों द्वारा अवशोषित कार्बन डाइऑक्साइड के बराबर है।

इस बीच पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन स. हरचंद सिंह बरसट ने कहा कि बोर्ड ने 2023-24 में 30,000 पौधे लगाने के अपने लक्ष्य को पार करते हुए 33,000 से अधिक फल, छायादार और औषधीय पौधे लगाए हैं। उन्होंने कहा कि इस सीजन में 35 हजार से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है।

कार्यक्रम के दौरान आम लोगों को निःशुल्क पौधे वितरित किए गए। मंडी बोर्ड के मुख्य कार्यालय में पौधे रोपे गए और उनके रख-रखाव की जिम्मेदारी अधिकारियों व कर्मचारियों को सौंपी गई। इस अवसर पर संयुक्त सचिव श्रीमती गीतिका सिंह, मुख्य इंजीनियर गुरिंदर सिंह चीमा, जी.एम. मंजीत सिंह संधू के अलावा पंजाब मंडी बोर्ड के अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद थे।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments