पंजाब के बिजली मंत्री स. हरभजन सिंह ईटीओ ने कहा कि पी. एस. पी. सी. एल ने बिजली की पिछले साल की अधिकतम 15,325 मेगावाट की माँग को पार करते हुए इस साल 19 जून को 16,078 मेगावाट की अपनी अब तक की उच्चतम माँग को सफलतापूर्वक पूरा किया है और राज्य भर में धान की फ़सल की बिजाई के लिए कृषि फीडरों को रोज़ाना 8 घंटे निर्विघ्न बिजली सप्लाई उपलब्ध करवाने के साथ-साथ किसी भी उपभोक्ता वर्ग पर कोई कट नहीं लगाए गए।
बिजली मंत्री ने बताया कि राज्य भर में 11 केवी के 13340 फीडर हैं जिनमें से 6954 फीडर करीब 14 लाख ट्यूबवैल कनेक्शनों को कृषि सप्लाई प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने निर्विघ्न बिजली सप्लाई को यकीनी बनाने के लिए अपेक्षित बिजली उपलब्धता के प्रबंध और बुनियादी ढांचे के नवीनीकरण के कार्यों समेत कई कदम उठाए हैं।
बिजली मंत्री हरभजन सिंह ई. टी. ओ द्वारा धान के चल रहे सीजन के लिए राज्य के बिजली सप्लाई के प्रबंधों का जायज़ा लेने के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव बिजली श्री तजवीर सिंह, सी. एम. डी. / पी. एस. पी. सी. एल. इंजी. बलदेव सिंह सरां, डायरेक्टर डिस्ट्रीब्यूशन, पी. एस. पी. सी. एल., इंजी. डी. पी. एस. ग्रेवाल, और डायरेक्टर जनरेशन, पी. एस. पी. सी. एल, इंजी. परमजीत सिंह के साथ मीटिंग की गई।
मीटिंग के दौरान पी. एस. पी. सी. एल के अधिकारियों ने बिजली मंत्री को अवगत करवाया कि इस गर्मी में बढ़ रही बिजली की माँग को पूरा करने के लिए कई उपाय किये गए हैं, जिनमें शहरी केन्द्रों में मोबाइल ट्रांसफार्मर स्थापित करना, डिवीज़न स्तर और ग्रिड सबस्टेशन पर मटीरियल स्टोर स्थापित करना, डिविज़न स्तर पर 104 नोडल शिकायत केंद्र स्थापित करना, 21 सर्कलों पर कंट्रोल रूम स्थापित करना, शिकायतों के निपटारे के लिए मुख्य कार्यालय के कंट्रोल रूम के अलावा 5 ज़ोन स्थापित करना और शिकायतों के निवारण के लिए अपेक्षित मैनपावर तैनात करना आदि शामिल हैं।
इसके अलावा, पी. एस. पी. सी. एल. द्वारा बताया गया कि धान के सीजन दौरान ज़रूरतों को पूरा करने के लिए डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफ़र्मरों, केबलों/ पी. वी. सी, कंडकटरों, खंबों और अन्य समान की स्टॉक स्थिति और सप्लाई अपेक्षित मात्रा में मौजूद है। पी. एस. पी. सी. एल द्वारा यह भी बताया गया कि धान के सीजन से पहले डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफ़र्मरों और पावर लाईनों समेत बिजली वितरण प्रणाली का व्यापक रख-रखाव किया गया। इन प्रबंधों के नतीजे के तौर पर पंजाब में इस साल बिजली की चिंगारी के कारण फसलों को आग लगने की कोई भी घटना रिपोर्ट नहीं हुई।
बिजली मंत्री ने पी. एस. पी. सी. एल. को हिदायत की कि गर्मी के मौसम दौरान बिजली के कट न लगने को यकीनी बनाया जाये। मीटिंग का समापन बिजली मंत्री ने बिजली कंपनियों द्वारा की गई तैयारियों पर संतोष प्रकट करके किया। उन्होंने कहा कि सरकार को भरोसा है कि गर्मी के मौसम दौरान पंजाब के लोगों को बिजली की निर्विघ्न सप्लाई मिलेगी