8 जनवरी 2025:
पंजाब के सरहदी इलाके में किसी बड़े आतंकी हमले का अंदेशा जताया जा रहा है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को इस संबंध में महत्वपूर्ण इनपुट मिले हैं। इनपुट के आधार पर, बीएसएफ के उच्च अधिकारियों की एक टीम मंगलवार को नई दिल्ली स्थित हेडक्वार्टर से चंडीगढ़ पहुंची। इस टीम में डीआईजी, कमांडेंट, 2आईसी और इंस्पेक्टर रैंक के सात अफसर शामिल थे। इन अधिकारियों ने गृह सचिव गुरकिरत कृपाल सिंह के साथ करीब डेढ़ घंटे तक बैठक की, जिसमें पंजाब पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गुरदासपुर और पठानकोट में आतंकी हमले को लेकर महत्वपूर्ण इनपुट मिले हैं, जिन्हें बीएसएफ ने पंजाब सरकार, एनआईए और भारतीय खुफिया एजेंसियों के साथ साझा किया है। इस बैठक में बीएसएफ दिल्ली हेडक्वार्टर से आए अधिकारियों ने सीमा सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने पर भी चर्चा की।
बीएसएफ अधिकारियों ने गृह सचिव से सरहदी इलाके में पंजाब सरकार द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने के लिए नाइट विजन कैमरे, हथियारों, ड्रग्स की तस्करी को रोकने के लिए एंटी-ड्रोन सिस्टम और सीमा क्षेत्र के थानाें की मुस्तैदी बढ़ाने की मांग की।
बॉर्डर एरिया से बढ़ी फंडिंग और खालिस्तानी आतंकी गतिविधियों का खतरा
बीएसएफ अधिकारियों ने पंजाब पुलिस, एनआईए और अन्य एजेंसियों के साथ सरहदी इलाके से बढ़ी हुई टेरर फंडिंग के बारे में भी जानकारी साझा की है। टेरर फंडिंग के माध्यम से प्रदेश में खालिस्तानी आतंकी आंदोलन को पुनः प्रोत्साहित करने की कोशिश की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, केजेडएफ के प्रमुख रणजीत सिंह नीटा ग्रीस में बैठे जसविंदर सिंह मन्नू और यूके में बैठे जगजीत सिंह के जरिए आतंकी हमलों को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं।