Sunday, December 22, 2024
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किसानों ने दिल्ली कूच का किया ऐलान 

 

किसानों ने दिल्ली कूच का किया ऐलान

 

किसने की आज एक महत्वपूर्ण बैठक चंडीगढ़ स्थित किसान भवन में हुई जहां पर किसानों ने रास्ता खुलते ही दिल्ली कुच करने का ऐलान कर दिया किस लीडर सरवन सिंह और बल्ले बल्ले कहा कि हम कई महीनो से वहां पर मोर्चा लगाए बैठे हैं और हरियाणा की तरफ से रास्ते बंद किए गए अब जब कोर्ट के आदेश आ गए हैं तो ऐसे में जैसे ही रास्ता खोला जाएगा हम दिल्ली की और कुच करेंगे ।

यहां यह भी बता दें कि शंभू बॉर्डर पर 8 लेयर की बेरिकेटिंग की गई है और 10 जुलाई को हाई कोर्ट की तरफ से 7 दिन का समय दिया गया था बैरिकेट हटाने को लेकर ।

 

जानकारी मिली है कि पंजाब के अलग-अलग जिलों से किस शंभू वर्क नूरी बॉर्डर पर पहुंचना शुरू हो गए हैं उनकी तरफ से ट्रैक्टर और ट्रालियां लेकर बॉर्डर की तरफ रुख किया जा रहा है और उनके पास कई महीनो का राशन भी मौजूद है

 

 

*हाईकोर्ट के फैंसले अनुसार यदि हरियाणा सरकार रास्ता खोलती है तो किसान करेंगे दिल्ली कूच*

*नवदीप जलबेड़ा की रिहाई के लिए कल किसान बड़ी संख्या में अम्बाला की अनाज मंडी में इकट्ठे होंगे एवम एसपी दफ्तर का घेराव करेंगे*

*22 जुलाई को नई दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) एवम किसान मजदूर मोर्चा का साझा सम्मेलन होगा*

*15 सितम्बर को हरियाणा में राष्ट्रीय स्तर की किसान महापंचायत होगी जिसमें लाखों किसान शामिल होंगे*

 

आज संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) व किसान मजदूर मोर्चा की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित हुई जिसमें मुख्य तौर पर जगजीत सिंह डल्लेवाल, सुरजीत सिंह फूल, अभिमन्यु कोहाड़, अमरजीत मोहड़ी, तेजवीर सिंह, मलकीत सिंह, गुरिंदर भंगू, गुरदास लक्कड़वाली, गुरमणित मांगट शामिल हुए। किसान नेताओं ने कहा कि हाइकोर्ट के आदेश के अनुसार जब भी हरियाणा की भाजपा सरकार बैरिकेड हटाएगी, उसके बाद किसान दिल्ली कूच करेंगे और उसके लिए बड़ी तैयारी गाँव-गाँव में करी जा रही हैं। किसान नेताओं ने बताया कि हाइकोर्ट के फैंसले के बाद साफ हो गया है कि रास्ता किसानों ने नहीं बल्कि भाजपा सरकार ने रोका है और अब भी हरियाणा सरकार द्वारा रास्ता न खोले जाने पर व्यापारियों को भी भाजपा के खिलाफ आंदोलन करना चाहिए। आज पंजाब के बठिंडा एवम हरियाणा के सिरसा से किसानों का बड़ा जत्था खनौरी बॉर्डर के लिए रवाना हो चुका है और शाम तक खनौरी बॉर्डर पहुंच जाएगा। किसान नेताओं ने कहा कि शुभकरण सिंह की हत्या की जांच हरियाणा के पुलिस अधिकारियों को सौंपना उचित नहीं है क्योंकि हरियाणा पुलिस के अधिकारियों पर ही आरोप हैं, यदि आरोपी ही जांच करेंगे तो न्याय मिलने की उम्मीद न के बराबर है। उन्होंने बताया कि हरियाणा की भाजपा सरकार पहले ही सुप्रीम कोर्ट में जाकर शुभकरण सिंह की हत्या की स्वतंत्र जांच का विरोध कर चुकी है जिस से उनकी मंशा साफ हो गयी थी इसलिए जांच के मुद्दे पर हरियाणा पुलिस पर विश्वास नहीं किया जा सकता। किसान नेताओं ने बताया कि 28 मार्च से जेल में बंद युवा किसान नेता नवदीप जलबेड़ा की रिहाई के लिए 17 एवम 18 जुलाई को एसपी दफ्तर अम्बाला का घेराव किया जाएगा एवम कल सुबह किसान बड़ी संख्या में अम्बाला में अनाज मंडी में इकट्ठा होंगे और फिर एसपी दफ्तर का घेराव करने के लिए निकलेंगे। किसान नेताओं ने बताया कि 22 जुलाई को संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) एवम किसान मजदूर मोर्चा का साझा सम्मेलन नई दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में होगा, उन्होंने बताया कि दोनों मोर्चों ने राहुल गांधी, अखिलेश यादव समेत विपक्ष के तमाम नेताओं से मुलाकात के लिए पत्र लिखा है और उन से मुलाकात कर के संसद के आगामी सत्र में MSP गारंटी कानून समेत किसानों की तमाम मांगों पर प्राइवेट बिल लाने की मांग करी जाएगी। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में हरियाणा में घर-घर जाकर दोनों मोर्चों के पदाधिकारी किसानों व मजदूरों को जागरूक करेंगे एवम 15 सितम्बर को हरियाणा में राष्ट्रीय स्तर की किसान महापंचायत करी जाएगी जिसमें लाखों किसान शामिल होंगे।

सधन्यवाद

 

 

 

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