आप ने कहा भाजपा ने की गलत परंपरा की शुरुआत
राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मसले ऐसे होते हैं जिसमें पक्ष विपक्ष सबको एक साथ खड़े होने की आवश्यकता होती है | विदेश मंत्री जी ने अपना बयान जो सदन में रखा उसे पर हम लोगों ने कोई सवाल नहीं किया हमने यह मानते हुए कि देश की सरकार और विदेश मंत्री जो हालात के बारे में बता रहे हैं वह एक सही जानकारी दे रहे होंगे दूसरा जो सबसे बड़ा सवाल हमने अपनी पार्टी की ओर से पूछा, मीडिया के माध्यम से सरकार से पूछना चाहता हूं आज आपने बैठक बुलाई राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले पर , बांग्लादेश की परिस्थितियों पर बुलाई , उसमें आपने आम आदमी पार्टी जो एक राष्ट्रीय दल है उसको अपने नहीं बुलाया 3 सांसद हमारे लोकसभा में है 10 सांसद राज्यसभा में आपने हमको नहीं बुलाया यह क्या प्रधानमंत्री जी के पसंद और नापसंद से फाइनल होगा कि कौन राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले पर होने वाली बैठकों में आएगा कौन नहीं आएगा या क्या सरकार जिसको पसंद करते हैं नहीं पसंद करते हैं कि वह आएगा ऐसे मसाले पर या नहीं आएगा तो यह सवाल है मैं समझता हूं इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए हम भी वहां पर जाते तो कुछ सार्थक सुझाव देते सरकार को लेकिन यह ठीक नहीं किया यह गलत परंपरा की शुरुआत आज भाजपा की सरकार ने इंडिया की सरकार ने की है कभी ऐसा नहीं होगा पहले भी मणिपुर के सवाल पर या अफगानिस्तान के सवालपर या जब भी कोई ऐसे बड़े मसले रहे हैं तो जो भी बैठक बुलाई गई इसमें आम आदमी पार्टी को बुलाया गया पहली बार ऐसा हुआ तो क्या अब इस नीति में भी कोई सरकार बदलाव लेकर आ रही कि भाई जी पार्टी को हम पसंद नहीं करेंगे उसको नहीं बुलाएंगे