पीसीए के शेर-ए-पंजाब टी20 कप में ट्राइडेंट स्टैलियंस ने अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है। ट्राइडेंट ने कप में 8 मैच खेले और 5 में जीत दर्ज की। 10 अंक के साथ टीम तीसरे स्थान पर है। इस सफलता में बड़ा योगदान रमनदीप सिंह का है जो उप-कप्तान की भूमिका निभा रहे हैं। रमनदीप ने आईपीएल की चैम्पियन टीम कोलकाता नाइटराइडर्स का हिस्सा थे और अब वे अपना अनुभव ट्राइडेंट के युवाओं से साझा कर रहे हैं।
रमनदीप ने कहा कि आईपीएल ने मुझे आत्मविश्वास दिया और मैंने वहां सीनियर प्लेयर्स के साथ बहुत कुछ सीखा भी है। ये मेरे करियर में काम आ रहा है और मैं यही अनुभव ट्राइडेंट के युवा खिलाड़ियों के साथ साझा कर रहा हूं। उप-कप्तान के नाते मैं उन्हें मोटिवेट करता हूं और ये बताता हूं कि विभिन्न परिस्थितियों का किस तरह से सामना करना है। मैंने उन्हें बताया कि दबाव में वे किस तरह से खेलें और कैसे बाहर निकलें। मैं उनके हर सवाल का जवाब देने के लिए उपलब्ध रहता हूं। हम टेक्नीक, शॉट्स, प्लानिंग आदि पर खुलकर बात करते हैं, ताकि उनके उपर किसी तरह का मेंटल प्रैशर न रहे।
अंतिम ओवर में लगाए 5 छक्कों के बारे में रमनदीप ने कहा कि मेरी प्लानिंग यही थी कि मैं अंतिम ओवर खुद खेलूं और ज्यादा से ज्यादा रन टीम के लिए बनाऊं। बारिश के कारण हमें सिर्फ एक ही ओवर बल्लेबाजी के लिए मिला और मुझे उसमें अपना बेस्ट देना था। मैंने 5 सिक्स लगाकर टीम को वो स्कोर दिया जिस वजह से हम स्ट्राइकर्स का सामना कर सके। उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ टीम की जरूरत के अनुसार बल्लेबाजी करता हूं। ये मायने नहीं रखता कि मैं फिनिशर के तौर पर खेल रहा हूं या मिडल ऑर्डर या टॉप ऑर्डर में। सिर्फ ये मायने रखता कि टीम किस स्थिति में है और मुझे किस तरह से खेलना है।
रमनदीप बैटिंग, बॉलिंग, फील्डिंग तीनों में बेस्ट हैं। उन्होंने कहा कि मैं किसी एक चीज काे तवज्जो नहीं देता, क्योंकि मुझे इस गेम से प्यार है। मैं तीनों चीजों में अच्छा करना चाहता हूं, ताकि मेरी टीम जीते। मैच से पहले मैं किसी एक चीज की तैयारी नहीं करता, मेरा बस एक रूटीन है। मैं मैच से पहले जिम में मोबिलिटी और स्टेबिलिटी के साथ अपने आप को रेडी करता हूं। इसके बाद मैं मैदान में जाकर अच्छा वॉर्म-अप करता हूं और टीम के साथ अपने आप को मैच के लिए रेडी करता हूं। यही मैच से पहले मेरा रूटीन होता है।
प्रभसिमरन के साथ बॉन्डिंग के बारे में रमनदीप ने कहा कि उसके साथ मेरा छोटे भाई जैसा रिश्ता है। हमारे बीच एक अच्छा बैलेंस है और हम उसे बनाए रखते हैं। वो मुझे मैच के समय कुछ कहता है तो मैं सुनता हूं और जब मैं उसे कुछ कहता हूं तो वो उसे करता है। इस रिश्ते से एक अच्छा टीम बॉन्ड बनता है और हमारा यही ध्यान होता है कि हम ज्यादा से ज्यादा यंगस्टर्स की मदद करें। सीनियर और यंगस्टर दोनों के बीच इस तरह का बैलेंस ही हमारी टीम को आगे लेकर जा रहा है।
रमनदीप ने कहा कि आईपीएल ने मुझे आत्मविश्वास दिया और मैंने वहां सीनियर प्लेयर्स के साथ बहुत कुछ सीखा भी है। ये मेरे करियर में काम आ रहा है और मैं यही अनुभव ट्राइडेंट के युवा खिलाड़ियों के साथ साझा कर रहा हूं। उप-कप्तान के नाते मैं उन्हें मोटिवेट करता हूं और ये बताता हूं कि विभिन्न परिस्थितियों का किस तरह से सामना करना है। मैंने उन्हें बताया कि दबाव में वे किस तरह से खेलें और कैसे बाहर निकलें। मैं उनके हर सवाल का जवाब देने के लिए उपलब्ध रहता हूं। हम टेक्नीक, शॉट्स, प्लानिंग आदि पर खुलकर बात करते हैं, ताकि उनके उपर किसी तरह का मेंटल प्रैशर न रहे।
अंतिम ओवर में लगाए 5 छक्कों के बारे में रमनदीप ने कहा कि मेरी प्लानिंग यही थी कि मैं अंतिम ओवर खुद खेलूं और ज्यादा से ज्यादा रन टीम के लिए बनाऊं। बारिश के कारण हमें सिर्फ एक ही ओवर बल्लेबाजी के लिए मिला और मुझे उसमें अपना बेस्ट देना था। मैंने 5 सिक्स लगाकर टीम को वो स्कोर दिया जिस वजह से हम स्ट्राइकर्स का सामना कर सके। उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ टीम की जरूरत के अनुसार बल्लेबाजी करता हूं। ये मायने नहीं रखता कि मैं फिनिशर के तौर पर खेल रहा हूं या मिडल ऑर्डर या टॉप ऑर्डर में। सिर्फ ये मायने रखता कि टीम किस स्थिति में है और मुझे किस तरह से खेलना है।
रमनदीप बैटिंग, बॉलिंग, फील्डिंग तीनों में बेस्ट हैं। उन्होंने कहा कि मैं किसी एक चीज काे तवज्जो नहीं देता, क्योंकि मुझे इस गेम से प्यार है। मैं तीनों चीजों में अच्छा करना चाहता हूं, ताकि मेरी टीम जीते। मैच से पहले मैं किसी एक चीज की तैयारी नहीं करता, मेरा बस एक रूटीन है। मैं मैच से पहले जिम में मोबिलिटी और स्टेबिलिटी के साथ अपने आप को रेडी करता हूं। इसके बाद मैं मैदान में जाकर अच्छा वॉर्म-अप करता हूं और टीम के साथ अपने आप को मैच के लिए रेडी करता हूं। यही मैच से पहले मेरा रूटीन होता है।
प्रभसिमरन के साथ बॉन्डिंग के बारे में रमनदीप ने कहा कि उसके साथ मेरा छोटे भाई जैसा रिश्ता है। हमारे बीच एक अच्छा बैलेंस है और हम उसे बनाए रखते हैं। वो मुझे मैच के समय कुछ कहता है तो मैं सुनता हूं और जब मैं उसे कुछ कहता हूं तो वो उसे करता है। इस रिश्ते से एक अच्छा टीम बॉन्ड बनता है और हमारा यही ध्यान होता है कि हम ज्यादा से ज्यादा यंगस्टर्स की मदद करें। सीनियर और यंगस्टर दोनों के बीच इस तरह का बैलेंस ही हमारी टीम को आगे लेकर जा रहा है।