शशि थरूर और भूपेश बघेल ने मोदी सरकार की महत्वपूर्ण मुद्दों पर चुप्पी की आलोचना की,*
*बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों को उजागर किया*
चंडीगढ़: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज चंडीगढ़ में एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
मीडिया को संबोधित करते हुए शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मुसलमान, मुल्ला, मुजरा और मंगलसूत्र की बात करते हैं, लेकिन महंगाई और मणिपुर की स्थिति जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चुप हैं। थरूर ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री को इन गंभीर मुद्दों पर बात करनी चाहिए क्योंकि ये सीधे लोगों के जीवन को प्रभावित करते हैं।
*बेरोजगारी और मंदिर मुद्दा*
थरूर ने देश में बढ़ती बेरोजगारी पर चिंता व्यक्त की और सरकार की आलोचना की कि वह इस मुद्दे को हल करने के बजाय मंदिर निर्माण पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार का मुख्य कार्य लोगों के जीवन को सुधारना है, न कि सिर्फ मंदिर बनाना। थरूर ने बताया कि पिछले दस सालों में किसी भी परिवार को कोई लाभ नहीं हुआ है, इसलिए जनता को सरकार के प्रदर्शन को आंकने के लिए तीन मौके दिए जाने चाहिए।
*ईवीएम और चुनाव आयोग पर सवाल*
ईवीएम के मुद्दे पर थरूर ने कहा कि वे अदालतों का अपमान नहीं करना चाहते, लेकिन चुनाव आयोग को अपनी छवि खराब नहीं करनी चाहिए। उन्होंने चुनाव डेटा जारी करने में देरी पर सवाल उठाया और पूछा कि डेटा को इतने लंबे समय तक क्यों छिपाकर रखा जाता है।
*पंजाब के किसान और गठबंधन सरकार*
थरूर ने भाजपा द्वारा पंजाब के किसानों को आतंकवादी कहने की कड़ी निंदा की और कहा कि विरोध करना उनका अधिकार है। उन्होंने कहा कि गठबंधन की शुरुआत में ही कहा गया था कि विभिन्न राज्यों में अलग-अलग तरीके से गठबंधन किया जाएगा और यह तरीका पंजाब और दिल्ली में लागू किया गया है। थरूर ने गठबंधन सरकारों की तारीफ करते हुए कहा कि 1991 से 2000 तक देश की आर्थिक स्थिति सबसे अच्छी रही और इस दौरान गठबंधन सरकारें ही सत्ता में थीं।
*अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया*
अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बारे में थरूर ने कहा कि पिछले दो सालों से उन पर लगाए गए आरोप निराधार हैं और उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग की। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी भी मुद्दे की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, लेकिन केवल केजरीवाल को निशाना बनाना अनुचित है।
*चीन के साथ व्यापार और पीओके मुद्दा*
थरूर ने बताया कि चीन के साथ व्यापार तीन गुना बढ़ गया है और पूछा कि क्या यह चिंता का विषय नहीं है। उन्होंने प्रधानमंत्री के “56 इंच की छाती” के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि पिछले दस सालों में पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) के बारे में कुछ महत्वपूर्ण नहीं किया गया है। थरूर ने प्रधानमंत्री की निष्क्रियता की आलोचना की और कहा कि यह देश की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए गंभीर चिंता का विषय है।